वाशिंगटन (आईएएनएस)नासा द्वारा धरती से सूरज को छूने के मिशन पर पिछले महीने भेजे गए स्पेसक्राफ्ट पार्कर सोलर प्रोब ने अपनी 7 साल लंबी यात्रा की शुरुआत में सौरमंडल और अंतरिक्ष की पहली बेहतरीन और अनोखी तस्वीरें भेजी हैं। बता दें कि नासा का यह सोलर प्रोब पिछले महीने यानी 12 अगस्त को अपनी ऐतिहासिक यात्रा पर रवाना हुआ था।

सूर्य की यात्रा पर निकले नासा के सोलर स्‍पेसक्राफ्ट ने भेजी अंतरिक्ष की पहली अनोखी तस्वीरें

तस्वीर में सूरज नहीं बल्कि दिखी अथाह आकाशगंगा
इस सोलर प्रोब के 4 मुख्य उपकरणों ने अपनी यात्रा के दौरान पहली शानदार तस्वीरें और डेटा धरती पर भेजा है। सोलर प्रोब के दरवाजे पर लगे वाइल लेंस कैमरा इमेजर ने अंतरिक्ष की अपनी लंबी यात्रा से पहली तस्वीरें भेजी हैं। इसके आउटर और इनर टेलिस्कोप ने जो तस्वीरें भेजी हैं, वह एक खास ब्लू टोन में नजर आ रही हैं। प्रोब द्वारा भेजी गई दो मुख्य तस्वीरों में से एक में हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह जुपिटर यानि बृहस्पति नजर आ रहा है। जबकि दूसरी तस्वीर आधा ब्रह्मांड में फैली आकाशगंगा और उसके अनगिनत तारों का खूबसूरत और चौंकाने वाला नजारा पेश कर रही है प्रो द्वारा भेजी गई किसी भी तस्वीर में सूरज दिखाई नहीं दे रहा है।

सूर्य की यात्रा पर निकले नासा के सोलर स्‍पेसक्राफ्ट ने भेजी अंतरिक्ष की पहली अनोखी तस्वीरें

दिसंबर से प्रोब भेजेगा सूरज से जुड़ी अनसुनी जानकारियां
नासा का पार्कर सोलर प्रोब जो कि एक कार के आकार का है, ने पिछले महीने धरती से सूर्य तक की अपनी 7 साल लंबी यात्रा शुरू की थी। यह सोलर प्रोब सूर्य के सबसे नजदीक तक जाने वाला अब तक का पहला अंतरिक्ष यान होगा। यह सोलर प्रोब सूर्य के सबसे नजदीक यानी करीब 3.8 मिलियन मील की दूरी तक जाएगा। वहां जाकर यह प्रोब भयानक रूप से गर्म सूरज के आसपास के वातावरण यानि कोरोना की गहन रिसर्च करके उस से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़े धरती पर भेजेगा। नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक इस प्रोब द्वारा भेजी गई पहली तस्वीर और तमाम आंकड़े हमारी वैज्ञानिक रिसर्च के लिए बहुत खास महत्वपूर्ण नहीं हैं। हम उम्मीद करते हैं कि दिसंबर में यह प्रोब हमें ऐसे आंकड़े भेजेगा जो हमारी रिसर्च के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होंगे। फिलहाल इन तस्वीरों और आंकड़ों से यह स्पष्ट हो गया है कि पार्कर सोलर प्रोब के सभी चार इंस्ट्रूमेंट मॉड्यूल ठीक तरह से काम कर रहे हैं।

 

सोलर विंड और विकिरण का असर शुरु
नवंबर महीने में यह प्रोब सूर्य के नजदीक पहुंचना शुरू करेगा। हांलाकि अभी से ही ही प्रोब के उपकरणों ने सोलर विंड और सौर विकरण की निशानियों को महसूस करना शुरु कर दिया है। नवंबर के बाद से यह सोलर प्रोब धरती पर जो भी आंकड़े भेजेगा। वह हमारे सौरमंडल के संबंध में सबसे नए और महत्वपूर्ण होंगे। अगले 2 महीने में यह सोलर प्रोब वीनस यानि शुक्र ग्रह के नजदीक से गुजरने वाला है। बता दें कि इस सोलर प्रोब को अपना नाम फेमस सोलर फिजिसिस्ट Eugene Parker के नाम पर मिला है जिन्होंने पहली बार 1958 में सोलर विंड की मौजूदगी के बारे में खोज की थी।

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