कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Nag Panchami 2024: नाग पंचमी एक महत्वपूर्ण त्योहार है। नाग पंचमी पूरे भारत में हिंदुओं द्वारा मनाई जाने वाली नाग देवताओं की एक पारंपरिक पूजा है। सावन माह में शुक्ल पक्ष पंचमी को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है। नाग पंचमी पर महिलाएं नाग देवता की पूजा करती हैं और सांपों को दूध पिलाती हैं। मान्यता है कि सांपों को दी जाने वाली कोई भी पूजा नाग देवताओं तक पहुंचती है। इसीलिए लोग इस दिन नाग देवताओं के प्रतिनिधि के रूप में जीवित सांपों की पूजा करते हैं। मान्यता है कि जो लोग नाग पंचमी पर नागों की पूजा करते हैं नाग देवता अपनी कृपा से उनकी सात पीढ़ियों को सुरक्षित रखते है। इसके साथ उनके परिवार को कभी हानि नहीं पहुंचाते है। बतादें कि देश के अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग तरीकों से नागों की पूजा की जाती है। कुछ जगहों पर लोग इस दिन चांदी, पत्थर या लकड़ी से बने नागों पर दूध, मिठाई और फूल चढ़ाते हैं तो कुछ जगहों में, जीवित नागों की भी पूजा की जाती है और उन्हें दूध चढ़ाया जाता है।
शुभ योगों में नागों की पूजा से संकट दूर होते
इस साल नाग पंचमी 9 अगस्त 2024 को मनाई जाएगी। पंचमी तिथि सुबह 12:36 बजे शुरू होगी और 10 अगस्त 2024 को सुबह 03:13 बजे समाप्त होगी। नाग पंचमी पूजा करने का शुभ समय 9 अगस्त 2024 को सुबह 05:47 बजे से 2 घंटे 40 मिनट तक है। नाग पंचमी के दिन शिववास योग, सिद्ध योग, साध्य योग, बव और बालव, करण योग बन रहे हैं। वहीं इस बार नाग पंचमी हस्त नक्षत्र के शुभ संयोग में मनाई जानी है। मान्यता है कि इन शुभ योगों में नागों की पूजा से व्यक्ति के जीवन से सभी संकट दूर हो जाते है।
श्री सर्प सूक्त का पाठ करने से दोष दूर होते
नाग पंचमी का पर्व नाग देवता के साथ-साथ भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए बहुत खास माना जाता है। नाग पंचमी के दिन कुछ खास उपाय करने से जीवन में कई तरह के दोषों से मुक्ति मिलती है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष या पितृ दोष होता है उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस लिए इन दोषों से मुक्ति पाने के लिए नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा, व्रत व श्री सर्प सूक्त का पाठ करने से लाभ मिलता है। जीवन में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।