सुबह—सुबह उठने के बाद नहा-धोकर भगवान की पूजा करने से हमारे मन को शांति प्राप्त होती है। अपनी श्रद्धानुसार सभी लोग अपने अपने देवी देवताओं की पूजा करते हैं। लोग पूजा करने तो बैठ जाते हैं परंतु वह पूजा के दौरान कुछ ऐसी गलतियां भी कर बैठते हैं जिससे फल मिलने की जगह भगवान के पाप का भागी तक होना पड़ जाता है।
नीले व काले वस्त्र धारण न करें
वराह पुराण के 217 अध्याय में भगवान की नित्य पूजा करने के कुछ नियम बताए गये हैं, जिनको पूजा करते वक्त ध्यान में जरुर रखना चाहिए। जब भी आप पूजा करने बैठें तो सबसे पहले अपने कपड़ों पर ध्यान देना चाहिए। पूजा करते समय कभी भी गलती से किसी भी व्यक्ति को नीले व काले वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए।
1. वराह पुराण में लिखा है कि यदि आप किसी शव यात्रा में से आ रहे हैं तो कभी भी गलती से बिना नहाएं भगवान की पूजा ना करें।
अगर गुस्से में हैं तो भी पूजा न करें
2. यदि आपके घर में किसी कारण से लड़ाई झगड़ा हो गया और आप गुस्से में हैं तो उस समय भगवान की पूजा करने के लिए ना बैठें। गुस्से में पूजा करने से भगवान नाराज हो जाते हैं।
3. रोजाना पंचदेव यानि की सूर्य, गणेश, दुर्गा, शिव और विष्णु की पूजा करने से समृद्धि प्राप्त होती है।
अंधेरे में भगवान की मूर्ति टच ना करें
4. यदि घर की लाइट चली गई है या फिर मंदिर में किसी कारणवश अंधेरा है तो उस दौरान भगवान की मूर्ति को टच ना करें, अंधरे में भगवान की मूर्ति को छूना महापाप माना जाता है।
5. यदि पूजा करते दीपक जला रहे हैं तो ध्यान रखें पहले दीपक को धोएं फिर उसके बाद ही दीपक जलाएं।
- ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी
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