टाइपिंग मिस्टेक थी यह
धोनी ने वर्ष 2009 में हमर कार खरीदी थी, लेकिन रजिस्ट्रेशन कराते समय उनकी कार का नाम स्कॉर्पियो रखा गया। जानकारी मिली है कि डीटीओ ऑफिस की गलती के कारण ऐसा हुआ और भूलवश स्कॉर्पियो के नाम से रजिस्टर्ड किया गया। इसकी वजह से धोनी को काफी कम शुल्क भरना पड़ा। डीटीओ रांची के मुताबिक धोनी की कार अंतरराष्ट्रीय ब्रांड की है और उसका विकल्प मॉडल के लिए डीटीओ ऑफिस में उपलब्ध नहीं था। इसलिए मॉडल को स्कॉर्पियो सिलेक्ट किया गया। यह टाइपिंग मिस्टेक थी। उन्होंने आगे कहा धोनी ने दो साल (2008-09) का टैक्स भरा है। अब उन्हें एक वर्ष का टैक्स और भरने की जरूरत है। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उन पर जुर्माना या पेनल्टी लगाई जाएगी।
हमर और स्कार्पियो के टैक्स में काफी अंतर
हमर और स्कॉर्पियो की कीमत में काफी अंतर है। यही कारण है कि धोनी पर ‘हमर’ गाड़ी का टैक्स बकाया था। इस गाड़ी की कीमत एक करोड़ से भी ज्यादा है। वे अपनी नई गाड़ी को दिल्ली से रांची चलाकर आए थे। गौरतलब है कि पिछले वर्ष महेंद्र सिंह धोनी को रांची ट्रैफिक पुलिस ने भी फाइन किया था। वे जब रांची में थे, तो उन्होंने अपनी बुलेट निकालकर रांची की सैर की थी। मगर उन्होंने गाड़ी का नंबर ‘मड गार्ड’ पर लिखवाया था, जबकि नियमानुसार नंबरप्लेट का इस्तेमाल होना चाहिए। धोनी के घर पर जब फाइन की रसीद पहुंची, तो उन्होंने फाइन भरने में कोई आनाकानी नहीं की थी और यह कहा था कि पुलिस ने प्रशंसनीय कार्य किया है। ऐसा करने से गाड़ियों की पहचान होगी और लोग नियम का पालन करने के लिए जागरूरक।
गाड़ियों के शौकीन हैं धोनी
महेंद्र सिंह धोनी गाड़ियों के शौकीन हैं। उनके पास कई महंगी गाड़ियां हैं। धोनी कार के साथ-साथ मोटरसाइकिल के भी शौकीन हैं। उनके पास हर्ले डेविडसन, बुलेट और यामहा जैसी गाड़ियां है। वर्ष 2015 में जब वे अपने जन्मदिन के अवसर पर रांची में थे, तो उन्होंने सारा समय अपनी बाइक की सफाई और उसकी मरम्मत में बिताया था।
inextlive from Cricket News Desk
Cricket News inextlive from Cricket News Desk