स्टोरी राइटर: कहानी लेखक का कहना है कि हम एक धांसू स्टोरी लेकर आ रहे हैं. फिल्म का कॉन्सेप्ट बिल्कुल न्यू है. इस फिल्म में ढेरों ऐसे मोड़ हैं जो इसे सबसे अलग बनाते हैं, लेकिन ऐसा कुछ नही दिखा. रोमांस फेल रहा है. बस विलेन और हीरो को बदला लेते दिखाया गया है.
स्क्रीनप्ले राइटर: स्क्रीन प्ले राइटर का कहना है कि इस फिल्म में आइडियाज बिल्कुल नये हैं. लोकेशन भी जरा हटकर है. जिसमें कुछ सींस में लंदन की गलियों में कुछ वूमेंस इंज्वॉय व ड्रिंक करते दिखायी गयीं है. इसके अलावा बांबे के मरीन ड्राइव भी काफी खूबसूरती से दिखाये गये हैं. इसके अलावा राजस्थान के कुछ खास प्लेसेस वहां की कलरफुल ड्रेसेज, सफेद पगड़ी आदि दिखाया गया है.
डायलॉग्ा राइटर: कुछ सीटिया बाजी किरकिरे और गहरे डॉयलॉग फिल्म की कहानी में डालें गये हैं. जैसे ग्लैमर इंडस्ट्री में शॉर्ट कट शॉर्ट स्कर्ट से होती है. इसके अलावा एक खास बिंदास हिरोइन जो स्मोकिग ड्रिंक और बीयर की 3 कैन के साथ शोर मचाते कही जा सकती है.
लिरिक्सिस्ट: फिल्म में जबर्दस्त लीरिक्स के नाम पर कुछ बिंदास समकालीन गीत हैं. जैसे तेरी ग्लैमरस अखियां...
Ek Paheli Leela
A; Musical-thriller
Director: Bobby Khan
Cast: Sunny Leone, Jay Bhanushali
म्यूजिक डायरेक्टर: इस सब को अप्रत्याशित बनाने के लिये एक राजस्थानी फोक सॉन्ग तेरी ग्लैमरस अंखियां... वहीं अगर यह देखा जाये तो यह राजस्थानी फोक सॉन्ग ढोली तारो.. केसरिया बालम...को क्यों नहीं रीप्रोड्यूस कर दिया. ये गाने उससे बेहतर साबित होते. जो काफी पसंद किये जाते.
डायरेक्टर: डायरेक्टर ने इस फिल्म को काफी मेहनत जरूर की है, लेकिन कुछ खास नहीं दिखा. अगर देखा जाये तो जिस हिसाब से कोशिश की गयी तो इरादों पर यह बिल्कुल इंटेंस ड्रामा दिखायी देती है. हां कुछ मूमेंट ऐसे भी है जैसे फिल्म मे जिनमें सनी लियोन के क्लीवेज दिखाये गये हैं. जिनसे साफ होता है कि सेक्स एडल्ट फिल्म एक्टर को अच्छे से यूज किया गया है.
सिनेमाटोग्राफर: अरे हां, इतना तो साफ है कि इस फिल्म में सारे नुक्स को उसकी बॉडी से छुपाया जा सकता है. जिसकी कोशिश की गयी है.
कास्िटंग डायरेक्टर: फिल्म में कुछ जगह तो ऐसा लगा कि जैसे मेल कैरेक्टर को इकट्ठा सा किया गया हो. जो लुक माचो की तरह सनी के आगे हार्ड वर्क करते दिखे हैं और अभिनय तो जैसे भूल गये. खैर कोई बात नहीं उनकी एक्िटंग स्किल की भरपाई के लिये फिल्म में सनी लियोन काफी हैं.
कस्टम डिजाइनर: इसमें सनी के कपड़ों की कॉस्टिंग को भी नहीं भूला जा सकता है. कपड़े सनी की एंपल पर पर्याप्त रहे हैं.
कोरस: फिल्म एक उत्कृष्ट रचना तो कही जा सकती है, लेकिन हकीकत के धरातल पर यह रोमांटिक कहानी के रूप में महज एक जबरन परोसी गयी पटकथा साबित होती है. बाकी कुछ नहीं.Hindi News from Bollywood News Desk
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