मोरित्ज का चला जादू
भारतीय फुटबॉल को ग्लोबल बनाने के लिए शुरू की गई इस लीग में इटली बनाम ब्राजील का भी नजारा दिखा. इंटरनेसियोनाल और क्रिस्टल पैलेस के लिए खेल चुके ब्राजील के अटैकिंग मिडफील्डर मोरित्ज पूरे शबाब पर थे. उनके ब्राजील टच का आलम यह था कि पुणे सिटी के इटैलियन गोलकीपर इमैनुअल बेलार्दी कई मौकों पर हक्के-बक्के रह गए. मुंबई की टीम पहले हाफ में आधे दर्जन गोल कर चुकी होती, यदि पुणे के गोलकीपर बेलार्दी ने कई शानदार बचाव नहीं किए होते. कमजोर डिफेंड के कारण बेलार्दी लगभग पूरे मैच में व्यस्त रहे और उन्होंने गोल होने के कई मौकों को सफल नहीं होने दिया.
मैच के पूरे समय रहे हावी
कोलकाता के खिलाफ स्थानापन्न खिलाड़ी के तौर पर उतरे मोरित्ज इस मैच में शुरुआती एकादश का हिस्सा थे और उनके शानदार खेल के दम पर मुंबई की टीम ने मैच पर पूरे समय अपना नियंत्रण बनाए रखा. मोरित्ज ने खेल के 12वें, 27वें और 71वें मिनट में गोल दागे, जबकि सुभाष सिंह 36वें मिनट में गोल किया. चार गोल खाने के बाद निरीह दिख रही पुणे की टीम पर मुंबई ने 86वें मिनट में पंजा मारा. नाडोंग भूटिया ने शानदार फुटवर्क दिखाते हुए अपने डिफेंडर जोहान लेटजेल्टर को पास दिया जो कि फॉरवर्ड लाइन पर चढ़कर खेल रहे थे. फ्रांस के इस खिलाड़ी ने भी बहती गंगा में हाथ धो अपना नाम स्कोरर लिस्ट में लिखवा लिया. मोरित्ज के तीनों गोल में पहला गोल दर्शनीय रहा, जहां उन्होंने बॉक्स के दायें कॉर्नर से बायें पैर से शॉट लगाया और गेंद घूमते हुए गोलपोस्ट के बायें छोर में जाल से उलझ गई.
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