कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। भारतीय मौसम विभाग की वेदर रिपोर्ट के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के उत्तर पश्चिम में ओड़िशा व पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों तथा आसपास लो प्रेशर बना हुआ है। इसकी वजह से अगले 24 घंटों के दौरान साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनता नजर आ रहा है। मानसून दक्षिण में अपनी सामान्य स्थिति में एक्टिव बना हुआ है। अगले चार से पांच दिनों के दौरान यह इसी स्थिति में बना रहेगा।


पश्चिम और मध्य भारत में हाेगी मूसलाधार
भारतीय मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमानों में बताया है कि महाराष्ट्र और केरल के तट के नजदीक समुद्र में हलचल बनी रहने की आशंका है। इसकी वजह से विदर्भ, गुजरात, मध्य प्रदेश और मराठवाड़ा में अगले दो दिनों तक मूसलाधार बारिश होगी। कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में कहीं-कहीं भारी बारिश होने के आसार बने हुए हैं।
बंगाल व ओड़िशा में भारी बारिश की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड, ओड़िशा, उत्तर पूर्व के राज्यों असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले चार से पांच दिनों के दौरान आंधी-तूफान तथा गरज-चमक के साथ भारी बारिश होगी। इसके अलावा ओड़िशा तथा गंगा से लगे पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में मौसम विभाग ने कहीं-कहीं मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है।
उत्तर भारत में भी आंधी-पानी के बने आसार
भारतीय मौसम विभाग ने अपने वेदर रिपोर्ट में बताया है कि तमिलनाडु, पुद्दुचेरी, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, कर्नाटक, तेलंगाना, केरल और माही के इलाकों में कुछ स्थानों पर आंधी-तूफान के साथ बरसात के आसार हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान के इलाकों में भी अगले चार से पांच दिनों के दौरान आंधी-पानी की संभावना बनी हुई है।

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