पौड़ी (उत्तराखंड) (एएनआई)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाई महेंद्र बिष्ट ने मंगलवार को निर्दलीय विधायक अमन मणि त्रिपाठी के उस दावे पर कड़ी आपत्ति जताई जो उत्तराखंड में उनके पिता के अंतिम संस्कार के लिए गए थे। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बिष्ट ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ अपने दिवंगत पिता के लिए पौड़ी जिले के पंचूर गांव में अपने निवास पर मरणोपरांत किए जाने वाले सभी अनुष्ठान कर रहे हैं। महेंद्र बिष्ट ने बताया कि नौतनवा विधायक अमन मणि त्रिपाठी 2 मई की शाम को 10 मिनट के लिए मेरे निवास पर आए थे, लेकिन उन्होंने उस समय उनके पिता के लिए मुक्ति प्रार्थना करने के बारे में कुछ नहीं कहा था।

विधायक हमारे पिता के लिए अनुष्ठान करने वाले कोई नहीं

हमने मीडिया के माध्यम से इसके बारे में जाना। वह हमारे पिता के लिए अनुष्ठान करने वाले कोई नहीं हैं। आदित्यनाथ एक संन्यासी हैं जो एक तपस्वी जीवन जी रहे हैं लेकिन हम यहां अपने पिता के लिए शवदाह संस्कार करने के लिए हैं। विधायक अमन मणि को लॉकडाउन मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए यहां हिरासत में लिया गया था। इस दाैरान विधायक ने दावा किया था कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पिता की आत्मा मुक्ति प्रार्थना के लिए पवित्र स्थलों का दौरा करने की अनुमति मांगी थी। इस दाैरान वह10 अन्य लोगों के साथ उत्तराखंड के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओम प्रकाश की अपेक्षित अनुमति के साथ बद्रीनाथ और केदारनाथ की यात्रा पर निकले थे।

पता किया जाए विधायक को उत्तराखंड आने की अनुमति कैसे मिली

लॉकडाउन के दौरान केदारनाथ में सामान्य आबादी का प्रवेश निषिद्ध है। वहीं बद्रीनाथ मंदिर 15 मई को खोला जाना है। सीएम के भाई ने यह पता लगाने की मांग की कि विधायक और उनके साथियो को अधिकारियों से उत्तराखंड आने की अनुमति कैसे मिली। यूपी पुलिस ने सोमवार को लॉकडाउन के दौरान वैध पास के बिना विधायक व उनके साथियों के बाहर निकलने के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को स्पष्ट किया था कि उसने विधायक को उत्तराखंड की यात्रा के लिए अधिकृत नहीं किया है।

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