हॉस्पिटल से छुट्टी

29 दिसंबर 2013 को फ़्रांस के मेरिबल में स्कीइंग के दौरान गंभीर रूप से घायल होने के बाद फॉर्मूला वन चैंपियन माइकल शूमाकर कोमा में चले गए थे. तकरीबन छह महीनों तक कोमा में रहन के बाद शूमाकर को होश आया और उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी भी दे दी गई है.

शूमाकर का करियर

शूमाकर के करियर की बात करें तो ये बेजोड़ रहा है. 44 साल के माइकल शूमाकर का फ़ॉर्मूला वन में 19 साल का करियर रहा और 2012 में उन्होंने संन्यास लिया. शूमाकर ने बेनेटन के साथ 1994 और 1995 में खिताब जीते थे. 1996 में वो फेरारी के साथ जुड़े और इस दौरान सन् 2000 तक उन्होंने लगातार पाँच ख़िताब जीते. शूमाकर सात बार के फॉर्मूला वन विजेता रहे हैं. वहीं उनके परिवार ने कहा है कि शूमाकर को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और वो अब कोमा में नहीं हैं.

कोमा से बाहर आने की खुशी

दिग्गज फॉर्मूला-1 रेसर शूमाकर के कोमा से बाहर आने की खबर से भारतीय रेसिंग जगत में भी खुशी छा गई. जेके रेसिंग टीम के प्रमुख संजय शर्मा ने कहा, 'रेसिंग जगत के लिए इससे अच्छी खबर हो ही नहीं सकती. रेसिंग की दुनिया में आर्यटन सेना के बाद शूमाकर के सबसे ज्यादा प्रशंसक हैं. आप इस बात का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि जब से शूमाकर ने फॉर्मूला-1 को अलविदा कहा तब से इस खेल के प्रशंसकों में भी कमी आई है.' भारत के टॉप रेसरों में शुमार अरमान इब्राहिम ने भी खुशी जताते हुए कहा, 'भारत ही नहीं पूरे विश्व के लोग शूमी को प्यार करते हैं. यह दुआओं का ही असर है कि वह इतनी गंभीर चोट से वापस आ गए.'