सैन्य या वाणिज्यिक शख्स से उम्मीद
परिजनों को लगता है कि पिछले तीन महीने से चल रहे खोज निरर्थक साबित हो रहे हैं. खोज में शामिल सरकारें जरूर कोई ना कोई सचाई छिपा रही हैं. उन्हें उम्मीद है कि ईनाम के घोषणा हो जाने के बाद दुनिया का कोई सैन्य या वाणिज्यिक उड्डयन से संबंधित व्यक्ति उन्हें लापता विमान और उनमें सवार लोगों के बारे में जानकारी देगा.
इंडिगोगो से जुटाई जाएगी ईनाम की रकम
ईनाम की रकम वेबसाइट इंडिगोगो के जरिए जुटाई जाएगी. सुराग तलाशने के लिए निजी जांजकर्ताओं को मदद भी दी जाएगी. मलेशियाई विमान बोइंग 777-200 कुआलालंपुर से बीजिंग जाते वक्त 8 मार्च को लापता हो गया था. इसमें पांच भारतीय समेत 239 पैसेंजर सवार थे.
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