ओएससीई (ऑर्गनाइज़ेशन फ़ॉर सिक्यूरिटी एंड कॉपरेशन इन यूरोप) के प्रवक्ता माइकल बोकीउरकीव ने बीबीसी से ये बात कही. उन्होंने कहा कि विमान के बड़े हिस्सों को छोटे-छोटे हिस्सों में काट दिया गया है.
इस बीच विमान हादसे में मारे गए लोगों के शवों को ले जा रही ट्रेन खारकीव शहर पहुंच गई है. खारकीव विद्रोहियों के कब्ज़े वाले इलाक़े से बाहर है.
रूस समर्थक विद्रोहियों पर अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद ये शव उनके इलाके से बाहर भेजे गए हैं.
इससे पहले विद्रोहियों ने विमान का ब्लैक बॉक्स यानी फ़्लाइट रिकॉर्डर मलेशियाई अधिकारियों को सौंपा.
पश्चिमी देशों का कहना है कि इस बात के सबूत मिल रहे हैं कि मलेशियाई विमान को यूक्रेन के विद्रोहियों ने रूस से मिली मिसाइल दाग़ कर गिराया था.
वहीं रूस ने 'विमान को गिराने' के लिए यूक्रेन की सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है.
'अहम सबूत ग़ायब'
उड़ान संख्या एमएच 17 पिछले गुरुवार को हादसे का शिकार हो गई थी और उसमें सवार सभी 298 लोग मारे गए.
विमान पूर्वी यूक्रेन में विद्रोहियों के नियंत्रण वाले ग्राबोव गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ.
हादसे में मारे गए अधिकतर लोग डच थे और ख़बरों के मुताबिक़ इनके शवों को पहचान के लिए खारकीव से नीदरलैंड्स भेजा जाएगा.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ये चिंता जताई गई है कि जिस जगह विमान गिरा था, उसे ठीक तरह से सील नहीं किया गया. इसके चलते अहम सबूत ग़ायब होने का ख़तरा है.
सोमवार को 'दोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक' के स्वयंघोषित प्रधानमंत्री एलेक्सेंडर बोरोदाई समेत विद्रोहियों ने विमान का ब्लैक बॉक्स, दोनेत्स्क में मलेशियाई अधिकारियों को सौंप दिया.
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