ऑक्सफोर्ड के इतिहासकार रॉबर्ट ह्विटवेल ने इस डिक्शनरी को पूरा करने के लिए द टाइम्स को एक पत्र लिखा था.
इसमें उन्होंने अपनी परियोजना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए मदद मांगी थी.
1913 से शुरू हुए मध्यकालीन लैटिन भाषा के 17 खंडों वाले इस शब्दकोश को बनने में तकरीबन 101 साल लगे.
'लोगों को यक़ीन नहीं था'
इतिहासकार ह्विटवेल ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के समान मध्यकालीन लैटिन भाषा का कोश तैयार करना चाहते थे.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के रिचर्ड एशडोने बताते हैं कि इस तरह की लंबी और मेहनत वाली परियोजना शुरू करना अब कभी संभव नहीं होगा.
वह इस शब्दकोश के तीसरे संपादक हैं.
एशडोने कहते हैं, "कुछ लोगों को यक़ीन नहीं हो रहा था कि हम इस काम को कभी ख़त्म कर पाएंगे."
'डिक्शनरी ऑफ़ मिडीवल लैटिन फ़्रॉम ब्रिटिश सोर्सेज' के बनने की प्रक्रिया सितंबर महीने में पूरी हो जाएगी.
मध्यकाल में लैटिन 'अदालत, धर्म, विज्ञान और राजनीति के लिखित दस्तावेज़ों की भाषा थी. अब तक ब्रिटेन के लैटिन भाषा के दस्तावेज़ों का अध्ययन करने वालों को 17वीं शताब्दी में लिखे संदर्भ पुस्तकों पर निर्भर रहना पड़ता था.
इस कोश के पूरा होने से उस शैक्षिक जरूरत को पूरा करना संभव होगा, जिसकी पहचान प्रथम विश्वयुद्ध के पूर्व की गई थी.