ओस्लो (एएनआई)। नोबेल प्राइज कमेटी ने ट्वीट करके बताया कि मारिया रसा तथा दिमित्री मुराटोव को 2021 का नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया है। दोनों को उन सभी पत्रकारों के प्रतिनिधि के तौर पर यह पुरस्कार दिया गया है, जो लोकतंत्र के समर्थन में विपरीत परिस्थितियों में भी खड़े रहे तथा प्रेस की आजादी के लिए मानक बने।

पत्रकारों का प्रयास लोकतंत्र तथा शांति के लिए

कमेटी के चेयर बेरिट रीस-एंडर्सन ने शुक्रवार को कहा कि इन्हें यह पुरस्कार अभिव्यक्ति की आजादी के लिए प्रयासों के लिए दिया गया है। इनका प्रयास शांति स्थापना तथा लोकतंत्र के लिए है। उन्होंने कहा कि नोबेल पुरस्कार दोनों विजेता पत्रकार दुनिया के उन तमाम देशों के बहादुर पत्रकारों के चेहरा हैं जो विपरीत परिस्थितियों में लोकतंत्र तथा अभिव्यक्ति की आजादी के लिए खड़े हैं।

सरकारी दमन का किया पर्दाफाश

रूसी पत्रकार दिमित्री मुराटोव तथा नोवाया गजेटा के एडिटर इन चीफ को 2021 का नोबेल प्राइज दिया गया है। इन्हें यह पुरस्कार रूस में दशकों से चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अभिव्यक्ति की आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए दी गई है। 1993 में स्वतंत्र अखबर नोवाया गजेटा की संस्थापकों में एक थे। मारिया रसा फिलीपींस स्थित रैपर की सह संस्थापक तथा सीईओ हैं। ये अपने देश फिलीपींस में सरकार द्वारा ताकत के दुरुपयोग, हिंसा के इस्तेमाल तथा तानाशाही के पर्दाफाश के लिए काम कर रही हैं।

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