जांचकर्ताओं का मानना है कि इन दोनों व्यक्तियों की मुलाकात इंटरनेट के ज़रिए हुई थी और ये दोनों ही शायद नरभक्षी थे और जादू-टोने में विश्वास रखते थे.

संदिग्ध व्यक्ति ने हालांकि मृत व्यक्ति के शरीर के अंगों को खाने से इनकार किया है लेकिन उसका कहना है कि उसने दूसरे व्यक्ति की हत्या उसके कहने पर ही की है.

मृत व्यक्ति हैनोवर में रहता था और पिछले कुछ समय से गायब था.

पुलिस का कहना है कि उसे मार डाला गया और उसके बाद उसके शरीर के कई टुकड़े कर दिए गए. उसके बाद बाकी बचे शरीर को पहाड़ी क्षेत्र में जमीन में गाड़ दिया गया.

हत्या का अभियुक्त इसी क्षेत्र का रहने वाला है.

फोरेंसिक विशेषज्ञ

गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान डेटलेफ जी नाम से हुई है जो कि सैक्सोनी राज्य में फोरेंसिक विभाग में काम करता है. जर्मन मीडिया का कहना है कि इस व्यक्ति को लिखावट पहचानने में महारत हासिल है.

नरभक्षी होने के आरोप में जर्मन पुलिसकर्मी गिरफ़्तार

पुलिस का कहना है कि मृत व्यक्ति के शरीर के अंग गायब थे और बहुत संभव है कि उन्हें खाया गया हो.

ड्रेसडेन पुलिस के प्रमुख डीटर क्रोल ने पत्रकारों को बताया कि 'मृत व्यक्ति जवानी से ही अपनी हत्या और फिर खाए जाने के बारे में सोचता था.'

इन दोनों व्यक्तियों की मुलाकात चार नवंबर को रेलवे स्टेशन पर हुई थी और मुलाकात के कुछ ही देर बाद 59 वर्षीय उस व्यापारी की चाकू से हत्या कर दी गई.

गिरफ्तार पुलिस अधिकारी ने आंशिक रूप से हत्या की बात स्वीकार की है और जांचकर्ताओं को मृत व्यक्ति के शरीर के हिस्सों को ढूंढ़ने में मदद की है.

माना जा रहा है की इन दोनों व्यक्तियों की इससे पहले कभी मुलाकात नहीं हुई थी.

इस मामले की तुलना साल 2011 में पश्चिमी जर्मनी के रोटेनबर्ग में हुई एक हत्या से की जा रही है.

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