शव को सरंक्षित रखने के लिए अनेक रसायनों का इस्तेमाल करता था
कोलकाता (आईएएनएस)। हाल ही में कोलकाता के बेहला थाना इलाके के जेम्स लांग सरणी में डीसी एसईडी निलांजन विश्वास ने छापेमारी कर वृद्धा का शव बरामद किया। यह शव फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआइ) में बड़े पद से रिटायर हुई बीना मजूमदार (84) का था। पुलिस को जानकारी मिली थी कि करीब तीन वर्ष पहले बीना की बीमारियों की वजह से मौत हो चुकी है लेकिन उनके बेटे शुभब्रत मजूमदार ने उनके शव का अंतिम संस्कार करने की बजाय उसे फ्रीजर में रखा था। लेदर टेक्नोलॉजी की पढ़ाई करने वाले शुभब्रत मजूमदार मां के शव को सरंक्षित रखने के लिए अनेक रसायनों का इस्तेमाल करता था।
मां के अंगूठे का इस्तेमाल कर बैंक को उनके जीवित होने का प्रमाण देता
कोई नौकरी न करने की वजह से वह पेंशन के लिए मां के अंगूठे का इस्तेमाल कर बकायदा बैंक को उनके जीवित होने का प्रमाण देता था। शुभब्रत उनके अंगूठे के निशान को लेकर बैंक जाता था और वहां कहता था कि वह हस्ताक्षर करना भूल गई हैं। इसमें उसका पिता भी मदद करता था। हालंकि इसकी जानकारी होने के बाद पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया। मामला सिटी कोर्ट तक पहुंचा। हालांकि कोर्ट ने उसे 500 रुपये के व्यक्तिगत जमानत पर रिहा कर दिया। इतना ही नहीं अदालत ने शुक्रवार को कहा कि यह मानसिक बीमारी से पीड़ित है। इस पर ध्यान देने और इलाज की जरूरत है।
मृत लोगों को वापस लाने की प्रक्रिया पढ़ मां पर अविष्कार कर रहा था
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसके बाद शुभब्रत मजूमदार को मानसिक जांच के लिए एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसकी जांच के बाद मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत बताई। शुभब्रत मजूमदार को इलाज के लिए पावलोव अस्पताल में भर्ती कराया गया और वहीं उसका इलाज हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि मजूमदार ने कुछ किताबों में मृत लोगों को वापस लाने की प्रक्रिया पढ़ मां पर अविष्कार कर रहा था। इन लोगों ने बीना के पेट के ऊपर भाग को कट किया था। अंदर से सारे अंग भी गायब हैं। शव को सड़ने से बचाने के लिए चमड़े में इस्तेमाल होने वाले कई केमिकल भी मिले हैं।
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