कुआलालंपुर, मलेशिया (एएनआई)। मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने मंगलवार को भारत के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलेशियाई पीएम से विवादास्पद इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक को भारत में प्रत्यर्पित करने की बात कही है। महातिर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, 'कई सारे देश उसे(जाकिर) अपने यहां रखना नहीं चाहते हैं। भारत ने भी इस बारे में जोर नहीं दिया। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला, उन्होंने मुझसे यह नहीं कहा कि वह इस आदमी का प्रत्यर्पण चाहते हैं। यह आदमी भारत के लिए भी मुसीबत बन सकता है।'
रूस में पीएम मोदी से महातिर की हुई थी मुलाकात
बता दें कि पीएम मोदी ने इस महीने की शुरुआत में रूस में आयोजित हुए 5वें ईस्ट इकोनॉमिक फोरम के मौके पर महातिर मोहम्मद से मुलाकात की थी। इस बैठक के बाद भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया। दोनों पक्षों ने फैसला किया है कि हमारे अधिकारी इस मामले को लेकर संपर्क में रहेंगे और यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।' बता दें कि नाइक इस वक्त भारत में वांटेड हैं और मलेशिया की पिछली सरकार ने उसे अपने यहां शरण दिया था। वह पिछले तीन साल से मलेशिया में रह रहा है। नाइक पर सांप्रदायिक तत्वों को उकसाने और भारत में गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप है। इसके अलावा वह ढ़ाका में जुलाई 2016 में हुए एक आतंकी हमले को लेकर भारत और बांग्लादेश दोनों ही जगहों पर जांच का सामना कर रहा है।
जाकिर ने मलेशिया के कानूनों का किया उल्लंघन
मलेशियाई पीएम ने इंटरव्यू में आगे कहा, 'हमने नहीं बल्कि पिछली सरकार ने जाकिर नाइक को मलेशिया की नागरिकता दी थी। हम एक ऐसी जगह की तलाश कर रहे हैं जहां वह जा सके लेकिन कोई भी उसे स्वीकार नहीं करना चाहता है। खैर, वह इस देश का नागरिक नहीं है। पिछली सरकार ने उसे स्थायी होने दर्जा दिया था, इसलिए किसी भी नागरिकता को अपने देश की व्यवस्था और राजनीति पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। उसने हमारे देश के कानूनों का उल्लंघन किया है, इसलिए अब उसे किसी भी मंच पर बोलने की इजाजत नहीं दी जाएगी।'
एक टीवी शो पर जाकिर ने दिया विवादित बयान
बता दें कि जाकिर नाइक हाल ही में मलेशिया की एक टीवी शो पर पहुंचा था। जब शो पर उससे उसके प्रत्यर्पण के बारे में सवाल पूछा गया तो उसने जवाब दिया कि सबसे पहले मलेशिया में नागरिकता पाने वाले चीन के लोगों को वापस जाना चाहिए क्योंकि वह इस देश में हमसे भी पहले से रह रहे हैं। जाकिर के इस बयान की देश भर में निंदा की गई। प्रधानमंत्री महातिर से इंटरव्यू में इसी संबंध में सवाल किया जा रहा था।
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