खोज अभियान की अगुवाई कर रहे सेवानिवृत्त एयर चीफ मार्शल एंगस ह्यूस्टन ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई जलपोत ने मंगलवार की दोपहर और शाम को फिर से "ब्लैक बॉक्स" से आते हुए सिगनल को पकड़ा है.
उन्होंने कहा, इससे पहले सुने गए सिगनलों को विशेषज्ञों ने किसी 'खास इलेक्ट्रॉनिक उपकरण' का बताया.
आठ मार्च को उड़ान संख्या एमएच370 कुआलालंपुर से बीजिंग जाने के दौरान लापता हो गया था. इसमें 239 लोग सवार थे.
मलेशियाई अधिकारियों का कहना है कि सैटेलाइट डेटा के आधार पर वे मानते है कि विमान हिंद महासागर के दक्षिण में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है.
एयर चीफ मार्शल हॉस्टन ने कहा, "मेरा विश्वास है हम सही क्षेत्र में खोज कर रहे हैं. लेकिन हमें आश्वस्त होने के लिए कि यही विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का क्षेत्र है विमान के मलबों की तलाश है."
पिंगर लोकेटर से मदद
एयर चीफ मार्शल हॉस्टन ने बताया है कि 'ओशियन शील्ड' जलपोत पर लगाए गए पिंगर लोकेटर की मदद से सिगनलों की पहचान की गई.
एक सप्ताह में यह दूसरी बार है जब सिगनलों को पकड़ा गया है.
हॉस्टन ने कहा कि मंगलवार को अलग – अलग दो बार सिगनल पकड़े गए. पहला 5 मिनट और 32 सेकेंड और दूसरा सात मिनट तक मिलता रहा.
इससे पहले सोमवार को सिगनल पकड़े गए थे. उन्होंने कहा, " इस क्षेत्र में अब तक चार बार सिगनल पकड़े जा चुके हैं. कल पकड़े गए सिगनल से खोज के वास्तविक दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्र को पता करने में मदद मिलेगी. "
सिगनल को 15000 हज़ार फीट नीचे समुद्र की गहराई में पकड़ा गया है.
लापता विमान के लिए खोज अभियान इसलिए भी तेज हो गया है क्योंकि समय बीतने के साथ ही फ्लाइट रिकॉर्डर की बैटरी खत्म हो रही है और इसका मतलब है कि कुछ ही दिनों में सिगनल निकलने बंद हो जाएंगे.
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