Makar Sankranti 2020 Do's and Don'ts: मकर- संक्रांति के दिन भुवन भास्कर सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होता है। शास्त्रों के अनुसार उत्तरायण देवताओं का प्रभात काल कहा जा सकता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन स्नान, जप, तप, अनष्ठान आदि का अत्याधिक महत्व है। इस दिन घी, कंबल के दान से मोक्ष की प्राप्ति होती है। तिल, चावल, मूंग की दाल, नमक, यज्ञोपवित, पंचांग और दक्षिणा प्रमुख रूप से दान करनी चाहिए।
सनातन धर्म के अनुसार सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करने पर सूर्य उत्तरायण होता है। कहा जाता है कि मकर- संक्रांति के दिन स्नान करने वाले को सात जन्मों तक निरोगी काया मिलती है। राशियों के अनुसार दान करें ये चीजें तो मिलेगा उत्तम फल
मेष- तिल के साथ जनेऊ का दान करना होगा शुभ।
वृष- पंचांग का दान करना होगा फलदायी।
मिथुन- उर्द की दाल का दान करना होगा शुभ।
कर्क- दूध का दान करें।
सिंह- मसूर की दाल का दान करें।
कन्या- कन्या राशि वाले देसी घी का दान कर पाएंगे उत्तम फल।
तुला- वस्त्रों का दान करना होगा उत्तम।
वृश्चिक- तांबे का दान करने से होगी मनचाही फल प्राप्ति।
धनु- मूंग की दाल का दान कर सकते हैं तो अवश्य करें।
मकर- काले तिल व सफेद तिल को मिलाकर दान करना अत्यंत शुभ होगा।
कुंभ- तिल और जूते या चप्पल का दान करें।
मीन- हल्दी, लगी हुई हल्दी व पंचांग का दान इस दिन अवश्य करें।
वैसे तो मकर- संक्रांति के पर्व पर खिचड़ी दान को सर्वोत्तम माना जाता है। यह दान खुद के संकट दूर करने के लिए किया जाता है। इन सबके बीच यदि दान दिए जाने वाले पदार्थ में खिचड़ी के अतिरिक्त यदि राशिवार सामग्री जोड़ दी जाए तो वह सूर्य को प्रसन्न करने के लिए बेहद कारगर उपाय है।
Makar Sankranti 2020 : 15 जनवरी को मकर संक्रान्ति, इस अवसर पर स्नान दिलाता है अनंत पुण्य