पंजाब/मुंबई (एएनआई/पीटीआई)। महराष्ट्र में इन दिनों बाढ़ की वजह से हालात गंभीर हैं। लोगों को बाढ़ पीड़ित इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्यों के लिए पंजाब से राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की पांच टीमों को हवाई मार्ग से पुणे पहुंचाया गया। पुणे पहुंची ये टीमें सांगली और कोल्हापुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य करेंगी।
जलभराव और बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई
एनडीआरएफ ने कोल्हापुर से 3,000 और सांगली जिले से करीब 2,900 से अधिक लोगों को बचाया है।पुणे डिवीजन के डिवीजनल कमिश्नर दीपक म्हैसेकर का कहना है कि पुणे में चार, सातारा में सात, सांगली में दो, कोल्हापुर में दो व सोलापुर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। इन जिलों से 28,397 परिवारों के कुल 1,32,360 लोगों को निकाला गया है। लगातार बारिश के कारण बड़े पैमाने पर जलभराव और बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई।
अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा
वहीं महाराष्ट्र में कई इलाकों में बारिश और बाढ़ की वजह से कई स्थानीय अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे में राज्य के बिगड़े हालातों को देखते हुए महाराष्ट्र में रेजिडेंट डॉक्टर ने गुरुवार को की जाने वाली हड़ताल स्थगित कर दी है। महाराष्ट्र के ये रेजीडेंट डाॅक्टर स्टाइपेंड को बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल करने वाले थे। डाॅक्टरों का कहना है कि वे अपनी वजह से मरीजों को परेशान नहीं करना चाहते हैं।
खामियाजा बाढ़ पीड़ितों को न भुगतना पड़े
महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर (एमएआरडी) के सदस्यों ने बुधवार को आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। उनका कहना था गुरुवार को हड़ताल में राज्य भर के 16 मेडिकल कॉलेज और 4,000 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर इसका हिस्सा होंगे। इस संबंध में एमएआरडी ने कहा कि हम नहीं चाहते हैं डाॅक्टरों की हड़ताल का खामियाजा बाढ़ पीड़ितों को भुगतना पड़े। इसलिए फिलहाल हड़ताल स्थगित कर दी है।
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