कानपुर। Maha Shivratri 2020 Vrat : इस वर्ष महाशिवरात्रि का पर्व 21 फरवरी को है, भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इस दिन व्रत रखते व विधि विधानपूर्वक पूजन करते हैं। पूजा रात्रि के चार प्रहरों में से किसी एक या फिर सभी में की जा सकती है। इस दिन भगवान शिव का षोडपोचार पूजन किया जाता है। इसमें ध्यान से लेकर आचमन आदि तक 16 प्रकार से उनका पूजन होता है।
Maha Shivratri 2020 Vrat Fasting
महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन मास में आता है। त्रयोदशी तिथि के दिन, भक्तों को एक समय ही भोजन करना चाहिए। शिवरात्रि के दिन, सुबह स्नानादि करने के बाद पुरे दिन के व्रत का संकल्प लेना चाहिए। संकल्प लेते समय मन में भगवान शिव का ध्यान कर ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें और उनसे व्रत को निर्विघ्न पूरा करवाने के लिए आशीर्वाद मांगें।
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Maha Shivratri 2020 Shiva Puja Timings
महाशिवरात्रि को निशिता काल में पूजा का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव इसी समय अपने लिंग रूप में धरती पर प्रकट हुए थे। निशिता समय 22 फरवरी को रात्रि 12 बजकर 9 मिनट से रात्रि 1 बजे के बीच है।
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Maha Shivratri 2020 Shiva Puja vidhi
महाशिवरात्रि के दिन भक्तों को सांयकाल स्नान करने के बाद पूजा करनी या मंदिर जाना चाहिए। पूजा रात को करनी चाहिए व व्रत का पारण स्नान के बाद अगले दिन करना चाहिए। व्रत का समापन सूर्योदय व चतुर्दशी तिथि के अस्त होने के बीच किया जाना चाहिए। महाशिवरात्रि को पूजा रात में एक बार चार बार अलग-अलग कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि रात्रि के चार प्रहर होते हैं। हर प्रहर में पूजा का अलग मुहूर्त है।