मुंबई (पीटीआई)। मध्य प्रदेश में सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हुई महाराष्ट्र सड़क परिवहन बस 10 साल से अधिक पुरानी थी और इसका फिटनेस सर्टिफिकेट लगभग 10 दिनों में समाप्त होने वाला था। हादसे के बाद आरटीओ अधिकारी ने यह जानकारी दी। मध्य प्रदेश के धार जिले में सोमवार को महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की बस के नर्मदा नदी में गिरने से कम से कम 12 यात्रियों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि बस धार और खरगोन सीमा के पास स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 3 (आगरा-मुंबई रोड) पर एक पुल की रेलिंग तोड़कर नदी में गिर गई।
27 जुलाई को समाप्त होने वाला था सर्टिफिकेट
MSRTC के अधिकारियों ने कहा कि बस सुबह एमपी के इंदौर शहर से निकली और महाराष्ट्र के जलगांव जिले की ओर जा रही थी। आरटीओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बस को 12 जून 2012 को नागपुर ग्रामीण क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में पंजीकृत किया गया था और इसका प्रमाण पत्र, जिसका अर्थ है कि वाहन सड़क पर चलने योग्य है, 27 जुलाई, 2022 को समाप्त होने वाला था। उन्होंने कहा कि इसका प्रदूषण नियंत्रण (पीयूसी) प्रमाणपत्र और बीमा वैध है। एमएसआरटीसी ने बताया कि चंद्रकांत एकनाथ पाटिल बस चला रहे थे और प्रकाश श्रवण चौधरी कंडक्टर थे।
हेल्पलाइन नंबर हुआ जारी
एमएसआरटीसी के जनसंपर्क विभाग के अनुसार, बस मध्य प्रदेश के इंदौर से सुबह लगभग 7.30 बजे रवाना हुई और महाराष्ट्र के जलगांव जिले के अमलनेर जा रही थी, जब यह मध्य प्रदेश में खलघाट और थिगरी के बीच नदी पर एक पुल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। MSRTC ने नागरिकों के लिए एक हेल्पलाइन भी जारी किया है और वे दुर्घटना के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए 022-23023940 डायल कर सकते हैं।
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