लखनऊ (पीटीआई)। उत्तर प्रदेश सरकार ने चार पड़ोसी राज्यों के साथ पशु व्यापार पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसी के साथ लंपी वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 28 जिलों में जानवरों के आने-जाने पर रोक लगा दी है। पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लंपी वायरस देश के 14 राज्यों में जानवरों में फैल गया है और यह "कोरोनावायरस जैसा घातक है।'
प्रदेश में 26,197 गायें वायरस से संक्रमित
मंत्री ने विधानसभा के चल रहे मानसून सत्र के पांचवें दिन बताया, वायरल बीमारी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली जैसे राज्यों के माध्यम से उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया। उन्होंने कहा, ''इसे देखते हुए मवेशियों की आवाजाही के लिए अंतरराज्यीय सीमाओं को सील कर पशुओं के आयात पर रोक लगा दी गई है।' उन्होंने कहा कि राज्य में 26,197 गायें इस बीमारी से संक्रमित हैं, जिनमें से 16,872 का इलाज किया जा चुका है।
जिले में जानवरों के लिए लाॅकडाउन
पशुपालन मंत्री ने आगे कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में झांसी, आगरा, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली संभाग के 28 जिले इस बीमारी से प्रभावित हैं। इसलिए मवेशियों की आवाजाही पर तालाबंदी कर दी गई है ताकि पश्चिमी यूपी से पूर्वी यूपी में बीमारी को फैलने से रोका जा सके। सिंह ने कहा कि लखनऊ में राहत और बचाव के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है और हेल्पलाइन नंबर हैं: 18001805141 और 0522-2741992।
क्या है लंपी वायरस
लंपी वायरस गाय और भैंस जैसे मवेशियों को प्रभावित करता है। यह मच्छरों और मक्खियों जैसे रक्त-पान करने वाले कीड़ों से फैलता है। इस रोग के कारण बुखार, त्वचा पर गांठें पड़ जाती हैं और संक्रमित पशुओं की मृत्यु भी हो सकती है।
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