शिव भक्तों का लगता है तांता
शामला नदी में ऐसे तो हमेशा पानी रहता है पर जब पानी मौजूद होता है उस समय यहां मौजूद शिवलिंग नहीं दिखाई देते है। लेकिन जैसे-जैसे पानी कम होता है नदी में हजारों की संख्या में मौजूद शिवलिंग दिखाई देने लग जाते हैं। इसके अलावा यहां पर कई अन्य कलाकृतियां भी हैं। जिनमें किसी पर बंदर और बत्तख के बीच महिला है तो कहीं ब्रह्मा जी हैं। शिव के भक्तों का यहां तांता लगा रहता है।
एक राजा ने कराया था निर्माण
कहा जाता है कि इन शिवलिंगों का निर्माण राजा सदाएश्वर्य ने 17वीं शताब्दी में कराया था। कुछ ऐसे ही शिवलिंग दक्षिण एशियाई देश कंबोडिया के मशहूर मंदिर अंगकोर वाट में भी देखने को मिलते हैं। जिसे केब्ल स्पीन के नाम से जाना जाता है। इसका मतलब होता मुंडों का पुल है। आपने भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों के बारे में सुना होगा पर सहस्त्रलिंगा एक ऐसी जगह हैं जहां नदी में हजारों की संख्या में शिवलिंग तैरते हैं।