लंदन (रॉयटर्स)। साउथ लंदन में एक व्यक्ति ने चाकू घोंपकर दो लोगों को घायल कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि हमलावर कुछ ही दिनों पहले इस्लाम से संबंधित आतंकी अपराधों के लिए जेल की सजा काटकर रिहा हुआ था। अब इस घटना के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि वह आतंक संबंधित दोषियों के लिए सख्त नियम बनाएंगे। बता दें कि सुदेश अम्मन नाम के एक शख्स को पुलिस ने उस समय गोली मार दी, जब उसने लंदन की एक व्यस्त सड़क पर लोगों को चाकू घोंपना शुरू कर दिया। वह 2018 में इस्लाम-संबंधी आतंकवाद के अपराध में जेल गया था, उसे तीन साल की सजा हुई थी लेकिन उसे पहले ही रिहा कर दिया गया।
नेता बार बार आतंकियों के लिए सख्त कानून बनाने का करते हैं अनुरोध
जॉनसन ने कहा, 'हम आतंकवाद अपराधों के दोषी लोगों से निपटने के लिए सिस्टम में जरुरी परिवर्तनों के लिए आगे की योजनाओं की घोषणा करेंगे। मेरे विचार घायल पीड़ितों और उनके प्रियजनों के साथ हैं।' बता दें कि ब्रिटिश राजनेताओं ने बार-बार आतंकी संदिग्धों के लिए सख्त नियम बनाने का अनुरोध किया है, इससे पहले नवंबर में एक अपराधी ने जेल से रिहा होने के बाद चाकू से दो लोगों की हत्या कर दी थी, जबकि तीन से अधिक लोगों को घायल कर दिया था। इस घटना के बाद भी पुलिस ने लंदन ब्रिज के पास हमलावर को गोलियों से भून डाला था।
17 साल की उम्र में पहली बार आतंकी वारदातों को दिया अंजाम
रविवार के हमलावर अम्मन, को हिंसक इस्लामी तत्वों को बढ़ावा देने के लिए जेल में डाल दिया गया था और यहां तक कि उसने अपनी प्रेमिका को अपने माता-पिता की हत्या के लिए भी प्रोत्साहित किया था। इस हमले के समय वह निगरानी में था। अधिकारियों ने बताया कि जब उसने पहली बार आतंकी वारदात को अंजाम दिया, तब वह सिर्फ 17 साल का था और अपनी मां व छोटे भाई-बहनों के साथ घर पर रहता था। अप्रैल 2018 में पुलिस को उसकी गतिविधियों के बारे में पता चला और उसे एक महीने बाद उत्तरी लंदन की एक गली में सशस्त्र अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया। जब अधिकारियों ने उसके कंप्यूटर और फोन की जांच की, तो उन्होंने पाया कि उसने विस्फोटक पदार्थ बनाने और आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के बारे में कुछ चीजें डाउनलोड की थी।
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