कानपुर। उत्तराखंड में लोकसभा की पांचों सीटों पर किस्मत आजमा रहे 52 प्रत्याशियों में से किसे विजय मिली और किसे पराजय का मुंह देखना पड़ा, इसे लेकर चंद घंटों बाद तस्वीर साफ हो जाएगी। गुरुवार को होने वाली मतगणना के लिए निर्वाचन आयोग ने राज्य में सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सभी जिला मुख्यालयों में मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू होगी। चुनाव में कई दिग्गजों की साख दांव पर लगी है। इनमें केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूड़ी के पुत्र मनीष खंडूड़ी मुख्य रूप से शामिल हैं।
कौन आगे | कौन पीछे | ||||||
सीट | पार्टी | प्रत्याशी | पार्टी | प्रत्याशी | अंतर | ||
टिहरी गढ़वाल | bjp | माला राज्य लक्ष्मी सिन्हा | जीते | inc | प्रीतम सिंह | 300586 | |
गढ़वाल | bjp | तीरथ सिंह रावत | जीते | inc | मनीश खंडूरी | 302669 | |
अल्मोड़ा | bjp | अजय टमटा | जीते | inc | प्रदीप टमटा | 232986 | |
नैनीताल-उधमसिंह नगर | bjp | अजय भट्ट | जीते | inc | हरीश रावत | 339096 | |
हरिद्वार | bjp | रमेश पोख्रियाल | जीते | inc | अम्ब्रीश कुमार | 258729 |
लोस चुनाव के प्रथम चरण में राज्य की पांचों लोकसभा सीटों टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल व अल्मोड़ा के लिए माहभर चले चुनाव अभियान के बाद 11 अपै्रल को मतदान हुआ। कुल 7765423 मतदाताओं में से 4775517 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पांचों सीटों पर इस बार 61.50 प्रतिशत मतदान हुआ। यह आंकड़ा पिछले लोकसभा चुनाव के आसपास ही रहा। मतदान को लेकर महिलाओं ने अधिक सजगता दिखाई है। 64.37 फीसद महिलाओं ने वोट डाले, जबकि 58.87 फीसद पुरुषों ने। 14.67 फीसद थर्ड जेंडर भी बूथों तक पहुंचे।
इसके साथ ही चुनाव में ताल ठोक रहे 52 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद हो गया। जनादेश किसके पक्ष में गया और किसे पराजय मिली, इसे लेकर गुरुवार को होने वाली मतगणना में तस्वीर साफ हो जाएगी। राज्य निर्वाचन कार्यालय के मुताबिक सभी जिलों में सुबह आठ बजे से गणना शुरू होगी। लोस सीट मुख्यालयों पर आठ बजे से पोस्टल बैलेट और साढ़े आठ बजे से ईवीएम से मतों की गणना शुरू होंगी। साढ़े सात हजार कर्मचारी मतगणना में जुटेंगे। सभी जगह सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। मतगणना के अंत में हर विधानसभा के पांच बूथों की ईवीएम व वीपीपैट मशीनों में पड़े मतों का मिलान किया जाएगा। इसके बाद ही आधिकारिक नतीजे घोषित किए जाएंगे।
उधर, फैसले की घड़ी करीब आने के साथ ही मुख्य मुकाबले में रहे भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की निगाहें टिक गई हैं। चुनाव में इन दलों के दिग्गजों की साख दांव पर है। यही कारण भी है कि मतगणना के नतीजों को लेकर हर किसी में उत्सुकता का आलम है। गणना से 24 घंटे पहले ही सियासी दलों, प्रत्याशियों व उनके समर्थकों में बेचैनी के साथ ही उत्सुकता खासी बढ़ गई है। इस सबके मद्देनजर भाजपा व कांग्रेस दोनों ने ही गुरुवार को अपने-अपने प्रदेश मुख्यालयों में बाकायदा कंट्रोल रूम बनाए हैं।