अगर आप भी इस हैडिंग को देख कर चौंक गए हैं तो ये स्‍वाभाविक ही है पर आज हम आपको बताने जा रहे हेल्‍थ से जुड़े इस सबसे बड़े मिथ के बारे में ही। वाकई कोई जरूरी नहीं है कि आप दिन में आठ गिलास पानी पियें।

रिसर्च के कुछ भाग को कर दिया नजरअंदाज
दरसल शायद इसकी शुरूआत एक लापरवाही या जल्दबाजी से हुई। ये सच है कि आपको डीहाइड्रेशन से बचने के लिए शरीर में पानी की बेहद आवश्यकता होती है और ये जरूरी भी है पर ये सच नहीं है कि उसके लिए आप सिर्फ पानी ही पियें। जिन लोगों ने इस बारे में आयी रिसर्च को पढ़ा और फिर प्रसारित किया कि शरीर में डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए करीब प्रतिदिन करीब ढाई लीटर पानी का इंटेक होना चाहिए उन्होंने शायद इस बारे में आए अध्ययन को पूरा या ध्यान से नहीं पढ़ा। वरना वे इस भ्रम को फैलाने का कारण नहीं बनते।
वाटर इंटेक जरूरी है पर पानी पीना नहीं
जीहां इस रिसर्च के अगले भाग में स्पष्ट है कि आपके शरीर में वाटर होना चाहिए पर उसके लिए पानी के गिलास चढ़ाना जरूरी नहीं है क्योंकि पानी आपके खद्य पदाथर्ों में भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद रहता है। और वो भी आपके शरीर में पानी मी जरूरी मात्रा की पुर्ति करता है। गलत है बिना खाए पिए रहना। अगर आप नियमित फल सब्जी और जरूरी खाना खाते हें तो आपकी बॉडी कभी डीहाइड्रेड नहीं होगी। आपके लग्भग सभी फल सब्जी में पर्याप्त मात्रा में पानी होता है। 

काफी नहीं करती डीहाईड्रेड
इसके अलावा आपके पास फलों के जूस हैं, बियर है, चाय और कॉफी हैं और इससे पहले ही आप ये कहें कि कॉफी हमें डीहाईड्रेड करती है स्पष्ट कर दें कि ये भी एक मिथ यानि भ्रम है। तो आप जब तक अति ना करें काफी नुकसान नहीं करती। ये सच है कि पानी पीना शरीर में जल की आपूर्ति का अच्छा साधन है पर इसके लिए जरूरी नहीं कि आप जबरदस्ती पानी पिये। बस जब आपको वाकई प्यास महसूस हो आप पानी पी लें। तो अगली बार गर्मियों में डिहाइड्रेशन लगे तो अपनी खान पान की आदतें सुधारे सिर्फ पानी पीकर संतुलन बनाने की कोशिश ना करें।

Posted By: Molly Seth