'तो ख़त्म हो जाएगा ब्रिटेन का आर्थिक दबदबा!'
ब्रिटेन के लोगों के इस फ़ैसले को द इकॉनामिस्ट ने ट्रैज़िक स्पिल्ट (दुखद अलगाव) बताया है। पत्रिका ने इसी शीर्षक से लिखे में अपने आलेख में ब्रिटेन के लोगों के इस फ़ैसले के बाद नुक़सान को कम से कम करने की बात कही जा रही है।द गार्डियन ने इस ख़बर को प्रमुखता से पेश करते हुए ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से आठ सवालों की लिस्ट छापी है। हालांकि जनमत संग्रह के फ़ैसले के बाद डेविड कैमरन ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़े का ऐलान कर दिया है।उन्होंने तीन महीने के अंदर पद छोड़ने की घोषणा की है।अमरीकी अख़बार द वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने के फ़ैसले से ब्रितानी सरकार के गिरने का ख़तरा उत्पन्न हो गया है।
अख़बार के वेब एडिशन में इस ख़बर को तरजीह दी गई है और इसके अलग-अलग पहलुओं के बारे में बताया गया है। इस फ़ैसले से दुनिया भर के बाज़ार के गिरने की ख़बर के साथ अख़बार ने उन देशों के बारे में भी कयास लगाया है कि जो आने वाले दिनों में यूरोपीय संघ से अलग हो सकते हैं।
ऑस्ट्रेलियाई अखबार सिडनी मार्निंग हेराल्ड ने अपने वेब एडिशन में लिखा है कि यूरोपीय संघ के बिना ब्रिटेन एक कमज़ोर देश साबित होगा।ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर होने के फ़ैसले पर ऑस्ट्रेलियाई शेयर बाज़ार को भी बड़ा झटका लगा है और भारी रक़म डूबने की आशंका जताई जा रही है।चीन के सरकारी समाचार पत्र पीपल्स डेली के टेबलॉयड अख़बार द ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि यूरोपीय संघ से अलग होने की सूरत में दुनिया भर में ब्रिटेन का दबदबा कम हो जाएगा।