WTC Final Ind vs NZ Match Predictions: क्या 144 साल के इतिहास में कोहली रच पाएंगे कीर्तिमान, जानें टीमों की ताकत और कमजोरी
साउथैम्प्टन (पीटीआई)। भारत और न्यूजीलैंड के बीच शुक्रवार से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाना है। भले यह मुकाबला टेस्ट मैच का हो मगर क्रिकेट फैंस में उत्साह उतना ही है जितना वह किसी अन्य फाॅर्मेट का फाइनल देखते हों। 144 साल के क्रिकेट इतिहास में पहली बार ऐसा कोई टूर्नामेंट खेला गया और पहली बार टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ टीम का चुनाव होगा। विराट कोहली की बात करें तो वह भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तानों में से एक हैं मगर विराट ने अभी तक अपने नाम एक भी आईसीसी ट्राॅफी नहीं की। ऐसे में उनके लिए यह एक शानदार अवसर है।
क्या कोहली रच पाएंगे इतिहास
विराट कोहली को अगर यह जीत मिल जाती है तो उनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा। जैसे कि एसएस धोनी को हम बतौर कप्तान याद करते हैं वही स्थान कोहली को मिल जाएगा। हालांकि भारतीय कप्तान के लिए सबकुछ आसान नहीं रहने वाला। उनका सामना दुनिया की नंबर वन टेस्ट टीम से होगा। विलियमसन की अगुआई वाली कीवी टीम भारतीय खिलाड़ियों की परीक्षा लेना अच्छे से जानती है। केन का कवर ड्राइव हो या बोल्ट बनाम रोहित की जंग, ये मुकाबला फैंस को दीवाना बनाने वाला है।
वर्ल्डकप से कम नहीं है ये जंग
इस टेस्ट मैच में ऐसे कई क्रिकेटर हैं, जिन्होंने कभी कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। ऐसे में उनके लिए यह उनका 'विश्व कप' है, जिस पर वे अपना हाथ रखना चाहते हैं। अगर नील वैगनर शॉर्ट गेंदबाजी करना शुरू करते हैं तो चेतेश्वर पुजारा अपने शरीर पर और चोट लगने के लिए तैयार होंगे। अजिंक्य रहाणे का कद सदियों से एक श्रृंखला के बाद बढ़ता गया है। रविचंद्रन अश्विन की भी कभी व्हाॅइट बाॅल वर्ल्डकप में वापसी होगी, इसकी उम्मीद बहुत कम है। ऐसे में पुजारा और रहाणे की तरह वह भी टेस्ट के इस 'वर्ल्डकप' को यादगार बनाना चाहेंगे।
फाइनल का अपना दबाव होता है और इसे रोहित शर्मा और शुभमन गिल से ज्यादा कोई महसूस नहीं करेगा, जो मौजूदा टेस्ट में सबसे कठिन परीक्षा से गुजरेंगे। उन्हें मैदान में आते ही ट्रेंट बोल्ट और टिम साउथी की खतरनाक गेंदों का सामना करना पड़ेगा, वो भी इंग्लैंड की पिच पर। जो गेंद को अंदर और बाहर दोनों तरफ घुमा सकते हैं। रोहित को भारत में काफी सफलता मिली है, लेकिन असली लड़ाई डब्ल्यूटीसी फाइनल से शुरू होगी और उसके बाद इंग्लैंड टेस्ट सीरीज होगी जहां उनकी तकनीक और स्वभाव दोनों की बड़े पैमाने पर परीक्षा होगी।
गेंद और बल्ले की रोचक लड़ाई
न्यूजीलैंड के पास काइल जैमीसन के रूप में 6 फीट 9 इंच का गेंदबाज है, जो उछाल और पेस से भारतीय बल्लेबाजों को जरूर परेशान करना चाहेगा। यदि कीवी कप्तान का इतने से मन नहीं भरता तो वह नील वैगनर को गेंद थमा सकते हैं जिनके खिलाफ हुक और पुल शाॅट खेलना मतलब अपनी पसलियों को चोटिल करना है। वास्तव में, वैगनर बनाम रिषभ पंत के बीच रोचक जंग देखने को मिल सकती है। इसी तरह, न्यूजीलैंड के नए स्टार कॉनवे को एक बहुत ही अलग तरह की चुनौती का सामना करना पड़ेगा। काॅनवे का अभी तक जसप्रीत बुमराह की अंदर आती गेंदों और याॅर्कर से सामना नहीं हुआ है। वहीं मोहम्मद शमी की गेंदों का उनके पास क्या जवाब होगा, यह देखना रोचक होगा।
विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (वाइस कैप्टन), रिषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, हनुमा विहारी, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर)।
न्यूजीलैंड टीम
केन विलियमसन (कप्तान), टॉम ब्लंडेल, ट्रेंट बोल्ट, डेवोन कॉनवे, कॉलिन डी ग्रैंडहोम, मैट हेनरी, काइल जैमीसन, टॉम लाथम, हेनरी निकोल्स, एजाज पटेल, टिम साउथी, रॉस टेलर, नील वैगनर, बीजे वाटलिंग और विल यंग।