यूरोपीय संघ में ब्रिटेन के रहने या न रहने पर हुए जनमत संग्रह पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
कुछ नेताओं ने जहां इस पहल का स्वागत किया वहीं कुछ नेताओं ने 'अब हमारी बारी' का ऐलान तक कर दिया है।जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रैंक वॉल्टर ने ब्रिटेन के इस कदम पर निराशा जाहिर करते हुए लिखा है कि 'आज का दिन यूरोप और ब्रिटेन के लिए काफी दुखद है।'जर्मनी के वाइस चांसलर सिग्मर गैबरिएल लिखते हैं ''यह यूरोप के लिए ख़राब दिन है।''पोलैंड के विदेश मंत्री विटोल्ड वॉचस्वॉस्की कहते हैं कि 'ब्रिटेन और यूरोप दोनों के लिए 'ब्रेक्सिस्ट' बुऱी ख़बर की तरह है, इसका मतलब है कि यूरोपीय संघ के सिद्धांत में बदलाव की जरूरत है।
Posted By: Satyendra Kumar Singh