World Asteroid Day 2023 : अंतरिक्ष में अनगिनत रहस्य है। हाल ही में यहां पर एक ऐसे में एस्टेरॉयड का पता चला है जो धरती पर हर एक शख्स को लखपति नहीं बल्कि करोड़पति बना सकता है। आइए वर्ल्ड एस्टेरॉयड डे पर जानें लोहे व सोने से बने इस एस्टेरॉयड के बारे में...


कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। World Asteroid Day 2023 : हर साल 30 जून को वर्ल्ड एस्टेरॉयड डे मनाया जाता है। इस साल भी यह पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है। एस्टेरॉयड को उल्कापिंड या एस्टेरॉयड भी कहा जाता है। आपने अब तक अंतरिक्ष में माैजूद तमाम एस्टेरॉयड के बारे में सुना होगा। सबकी अपनी-अपनी खासियत भी है। इनमें कुछ एस्टेरॉयड धरती के लिए खतरनाक है तो कुछ अच्छे भी हैं। उन अच्छे एस्टेरॉयड में एक है 16-साइकी। मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच में माैजूद 16-साइकी एस्टेरॉयड इन दिनों काफी चर्चा में हैं। कहा जा रहा है कि सोने-लोहे से बना यह एस्टेरॉयड धरती के हर शख्‍स को करोड़पति बना सकता है। 1852 में इसकी खोज हुयी थी
अंतरिक्ष में इस एस्टेरॉयड की पहचान लगभग $700 क्विंटिलियन मूल्य के रूप में की गई है। '16-साइकी' नाम के इस एस्टेरॉयड की खोज सबसे पहले 1852 में इतालवी खगोलशास्त्री एनीबेल डी गैस्पारिस ने की थी और नासा अब इसकी स्पेशलिटी की स्टडी करने की कोशिश कर रहा है। वैज्ञानिकों की राय है कि 16-साइकी एस्टेरॉयड और पृथ्वी के बीच संरचना में समानता काफी ज्यादा है। इसलिए इस 16-साइकी एस्टेरॉयड की संरचना की स्टडी करने से पृथ्वी के कोर की कार्यप्रणाली और ग्रहों के निर्माण के बारे में कुछ नई जानकारी मिल सकती है।16 साइकी का आकार आलू जैसा यदि एस्टेरॉयड का अनुमानित मूल्य धरती पर माैजूद प्रत्येक व्यक्ति के बीच समान रूप से वितरित किया जाता है, तो प्रत्येक व्यक्ति को $93 बिलियन प्राप्त होंगे। इस 16-साइकी एस्टेरॉयड का औसत व्यास 140 मील (226 किलोमीटर) है और इसकी सतह का क्षेत्रफल 246,300 वर्ग मील (641,800 वर्ग किलोमीटर) है। रडार एग्जामिनेशन से पता चलता है कि 16 साइकी का आकार आलू जैसा है। यह एस्टेरॉयड सूर्य से काफी दूरी पर स्थित है। पृथ्वी की दूरी से लगभग तीन गुना अधिक। नासा को को 2017 में साइकी मिशन के लिए मंजूरी मिली थी।

Posted By: Shweta Mishra