दिल्ली सामूहिक बलात्कार पीड़ित को अमरीकी सम्मान
अमरीकी विदेश मंत्रालय ने इस बाबत घोषणा करते हुए कहा कि इस लड़की को उसके अदम्य साहस के लिए मरणोपरांत सम्मान दिया जाएगा. ये पुरस्कार अमरीकी विदेश मंत्री की तरफ से दिया जाता है और इसका नाम है 'इंटरनेशनल वीमेन ऑफ़ करेज अवार्ड'.
आगामी आठ मार्च को अमरीका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा और अमरीकी विदेश मंत्री जॉन कैरी एक समारोह में इस लड़की को मरणोपरांत सम्मानित करेंगे.
अपने एक बयान में अमरीकी विदेश मंत्रालय ने कहा "इस लड़की की आपबीती, न्याय के लिए लड़ाई और इसके परिवार के साहस ने भारत की लाखों लाख महिलाओं को यौन हिंसा के दंश से निपटने की हिम्मत दी है." यह सम्मान दुनिया भर में दस चुनी हुई महिलाओं को दिया जाएगा.
अमरीकी विदेश मंत्रालय ने इस बात का भी ज़िक्र किया कि किस तरह से इस लड़की ने पुलिस को दो-दो बार अपना वक्तव्य दिया साथ ही उस पर हमला करने वालों के लिए लगातार सज़ा की मांग की.
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है, "इस लड़की की कहानी से हिम्मत पाने वाले लोगों की तरह ही यह लड़की भी एक कामकाजी परिवार में पैदा हुई थी जिसने अपने सपनों की तरफ़ कदम बढ़ाते हुए इस लड़की को स्वास्थ्य शिक्षा दिलाने में निवेश किया था. इस लड़की ने अभी फ़िज़ियोथैरेपी की पढ़ाई की ही थी कि इसका जीवन समाप्त कर दिया गया."
अमरीकी विदेश मंत्रालय ने इस बात का भी ज़िक्र किया है कि किस तरह इस लड़की की असामयिक मृत्यु के बाद भारत का सभ्य समाज उठ खड़ा हुआ तथा पूरी ताकत के साथ ऐसे कानूनों को बनाने की मांग की जिनसे इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके . अमरीकी विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा, "इन सभी कारणों से भारत की सरकार कार्रवाई कर रही है और जनता की मांगों को पूरा करने की कोशिश कर रही है."यह सम्मान साल 2007 में आरंभ किया गया था और यह पूरी दुनिया में उन महिलाओं को दिया जाता है असाधारण साहस का परिचय देते हुए महिला अधिकारों और उनके सशक्तीकरण के लिए जान की बाज़ी लगाती हैं. अमरीकी विदेश मंत्रालय अब तक 45 देशों की 67 महिलाओं को सम्मानित कर चुका है.