200 बार चली कैंची, न ग्रैंड बचा न मस्ती
लेकिन इस सेक्स कॉमेडी के लिए रास्ता अभी भी साफ़ नहीं हुआ है क्योंकि टीवी पर दिखाए जाने से पहले इस फ़िल्म के 200 से भी ज़्यादा दृशयों और संवादो पर क़ैंची चलाने की मांग रखी है सेंसर बोर्ड ने.मुंबई के अख़बार मिड डे के अनुसार बोर्ड के एक अधिकारी ने सूचना देते हुए कहा, "फ़िल्म को सर्टिफ़िकेट दिया जाएगा लेकिन पहले निर्माता कंपनी को फ़िल्म के आपत्तिजनक चीज़ों को कट करने के बाद सेंसर बोर्ड को दिखाना होगा."
टीवी पर प्रदर्शन के लिए किसी भी फ़िल्म के पास U/A यानि सभी दर्शक वर्गों के लिए उचित का सर्टिफ़िकेट प्राप्त करना पड़ता है.