Winters में heart arthritis diabetes asthma और allergy के patients की problems और भी severe हो जाती हैं. Doctors का मानना है कि सर्दियों में heart attack और brain stroke होने के chances कई गुना बढ़ जाते हैं. इसीलिए जरूरी है कि इन सदिर्यों में आप अपना और अपनी पूरी family का खयाल रखें ...

कुछ बीमारियां जैसे अस्थमा, डाइबिटीज लोगों को सर्दियों में सबसे ज्यादा परेशान करती हैं. अगर आप भी ऐसी किसी बीमारी से परेशान हैं तो नीचे दी गई इंफो इन सर्दियों को आपके लिए थोड़ा कंफर्टेबल बना सकती है.
Heart patients

हर साल हार्ट के नए पेशेंट्स सबसे ज्यादा सर्दियों में ही डिटेक्ट होते हैं.
Problem
सर्दियों में दिल की नसों के सिकुडऩे की वजह से कार्डिएक पेशेंट्स प्रॉब्लम फेस करते हैं. इस मौसम में बॉडी का मेटाबॉलिज्म रेट हाई हो जाता है, जिससे बॉडी को ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत होती है और हार्ट पर लोड बढ़ जाता है. ऐसे में जब ठंड से नसें सिकुड़ जाती हैं तो हार्ट अटैक आ जाता है.  ब्लड क्लॉट का रिस्क भी बढ़ जाता है.
Mistakes

सर्दियों में सुबह मॉर्निंग वॉक करना.सर्दी का एक्सक्यूज देकर एक्सरसाइज करना बंद कर देना.लेट नाइट पार्टीज और शादियों में ऑयली डाइट लेना.


Precautions

मॉर्निंग वॉक के बजाय अर्ली ईवनिंग वॉक पर जाएं. अपने हेड, नेक और हार्ट रीजन को कवर्ड रखें. रूटीन एक्सरसाइज करें पर ज्यादा स्ट्रेन न लें.स्मोकिंग बंद नहीं तो कम कर दें.


डॉ. मोहम्मद अहमद
कार्डियोलॉजिस्ट

Asthma patients
सर्दियों में बॉडी की रेस्पिरेट्री डिफेंसेस बहुत वीक हो जाती हैं. इसकी वजह से बॉडी के बैक्टीरिया ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं. अस्थमा के पेशेंट्स को इस सीजन में सबसे ज्यादा प्रॉब्लम होती है.
Problem
विंटर्स में छोटा सा कोल्ड भी अस्थमा अटैक की वजह बन सकता है. अस्थमा से पेशेंट्स के लंग्स ज्यादा इरिटेबल और रिएक्टिव हो जाते हैं और इससे वाइरल प्रॉब्लम्स का ज्यादा असर होने लगता है.
Mistakes
घर की सारी खिड़कियां और दरवाजे बंद रखना (इस वजह से घर की हवा क्लीन नहीं हो पाती और लंग्स को इरिटेट करती है).
विंटर स्पोट्र्स या विगरस फिजिकल एक्सरसाइज करना.
Precautions

विंटर्स शुरू होने से पहले फ्लू और न्यूमोनिया की वैक्सीन जरूर लगवा लें.ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें और दूसरों की कटलरी न यूज करें.  नाक टिश्यू से पोछें और हैंड सेनिटाइजर का यूज करें.


डॉ. सुधीर चौधरी
चेस्ट स्पेशलिस्ट

Arthritis patients
70 परसेंट अर्थराइटिस के पेशेंट्स वेदर सेंसिटिव होते है. सर्दियां आते ही उनकी परेशानी बढ़ जाती है.
Problem
सर्दियों में कम टेंपरेचर की वजह से ज्वॉइंट्स के पास के मसल्स, टेंडंस और लिगामेंट्स कॉनट्रैक्ट करते हैं. इससे ज्वॉइंट्स पर पडऩे वाला पे्रशर बढ़ जाता है और पेशेंट को ज्यादा तकलीफ होती है.
Mistakes

ठंडे पानी से काम करना.देर तक पैर लटकाए रहना.नंगे पैर ठंडी जमीन पर चलना.बहुत भारी चीजें उठाना या चीजों को बहुत टाइटली पकडऩा (इससे हड्डियां टेढ़ी होने का रिस्क बढ़ जाता है). 
Precautions

नीकैप्स जरूर पहनें.अपने ज्वॉइंट्स पर मेडिकेटेड ऑयल से मसाज करें.घर में मोजे, सॉफ्ट स्लिपर्स पहनें.हॉट पैक्स का यूज करें.गर्म पानी से ही नहाएं.
डॉ.कुणाल सहाय
फिजीशियन

Diabetes patients
हाई मैटाबॉलिक रेट और वीक डाइजेशन विंटर्स में डायबेटिक पेशेंट्स की प्रॉब्लम्स को बढ़ा देता है.
Problem
सर्दियों में लांग टर्म शुगर लेवल बढ़ जाता है जिसे ्र१ष्ट लेवल भी कहते हैं. डायबेटिक पेशेंट्स के लिए सर्दियों में फुट केयर भी जरूरी है क्योंकि कोल्ड और मॉइश्चर की वजह से कई पेशेंट्स को फुट अल्सर या इंफेक्शन हो जाता है, जिसे ठीक होने में टाइम लगता है.
Mistakes

एक्सरसाइज कम कर देना.मील्स मिस कर देना (इससे हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है यानी ब्लड शुगर में कमी आ सकती है).रेग्युलर चेकअप न करवाना.इंसुलिन डोज मिस कर देना (इससे डाइबिटीज केटोएसिडोसिस जैसी इमरजेंसी आ सकती है जो जानलेवा भी हो सकती है). 
Precautions

ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट लें.अपने पास ग्लूकोज टैब्लेट्स और चॉकलेट रखें.पैरों को हमेशा साफ रखें.


डॉ. आरती लालचंदानी
फिजीशियन

Allergic patients
एलर्जी का पीक सीजन वैसे तो स्प्रिंग है पर विंटर्स में भी ये लोगों का पीछा नहीं छोड़ती.

Problem

कोल्ड एयर दरअसल एक ब्रॉकिंयल इरिटेंट का काम करती है जिसकी वजह से अकसर सर्दियों में लोगों की सांस फूलने लगती है. वुलन थ्रेड्स और वुलेंस के डायरेक्ट स्किन कॉन्टैक्ट से भी लोगों को एलर्जी हो जाती है. विंटर्स में कोल्ड या फ्लू होना बहुत कॉमन है.

Mistakes

वुलंस को टाइम-टु-टाइम न धोना.घर में साफ-सफाई न रखना.स्वेटर या मोटे कपड़े न पहनना.बाहर से आने पर हाथ-पैरों को ठीक से साफ न करना.रैशेज को तुरंत ट्रीट न करना.
Precautions

बाहर जाते टाइम मफलर और टोपी जरूर पहनिए.घर के फर्नीचर, परदों, बाथरूम शावर्स को साफ रखें.जुकाम होने पर नमक के पानी से गार्गल करें.एंटीबॉयोटिक्स बिना पूछे न लें.
डॉ. एसी अग्रवाल
फिजीशियन

Story:Akanksha Shukla

Posted By: Surabhi Yadav