माइक्रोसॉफ्ट के लेटेस्‍ट ओएस विंडोज 10 को लेकर काफी चर्चा हो रही है। कंपनी ने हाल ही में इसे यूजर्स के लिए उपलब्‍ध करा दिया है। जिसमें कि कई बेहतरीन फीचर्स एड किए गए हैं जो यूजर्स को काफी आकर्षित कर रहे हैं। लेकिन यहां आपको थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत पड़ेगी क्‍योंकि यह ओएस आपके पर्सनल डाटा की निगरानी करेगा।

क्या है सर्विस एग्रीमेंट
बीजीआर डॉट कॉम में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज 10 यूजर्स की जासूसी कर रहा है। यानी कि यह सीधे तौर पर आपके पर्सनल डाटा की जांच कर सकता है। दरअसल कंपनी ने अपने 12,000 शब्दों का एक सर्विस एग्रीमेंट तैयार किया है। जिसके मुताबिक कंपनी यूजर्स के पर्सनल डाटा को एक्सेस कर सकेंगे। कंपनी इसका खुलासा करेगी और उसे प्रिजर्व करेगी। इसमें आपकी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां जैसे (ईमेल कंटेंट, प्राइवेट बातचीत या फाइल्स भी शामिल होंगे जो प्राइवेट फोल्डर्स में मौजूद हैं।
यूजर्स के लिए जरूरी बातें :-
(1) सेटिंग्स पर जाकर प्राइवेसी पर क्िलक करें। यहां आपको 13 अलग-अलग स्क्रीन नजर आएंगी। इनमें से कई महत्वपूर्ण सेटिंग्स जनरल टैब में पाई जा सकती हैं। यानी कि अगर किसी को आप चेंज करना चाहेंगे तो इसे एक्सेस कर सकते हैं।
(2) यूजर्स को कोर्टाना से बचने की सलाह है। यह वॉइस असिस्टेंट निश्चित रूप से आपके लिए बेस्ट फीचर है लेकिन यह आपके डाटा को खतरे में डाल सकता है। ऐसे में इसका जितना कम इस्तेमाल करेंगे वह ज्यादा बेहतर होगा।
(3) वेब पर जाएं और आप https://choice.microsoft.com/en-gb/opt-out वेबसाइट खोलें। यहां से आपको पर्सनलाइज्ड ऐड इन दिस ब्राउजर' और 'माइक्रोसॉफ्ट एकाउंट पर पर्सनलाइज्ड ऐड्स' को ऑफ कर दें। इससे माइक्रोसॉफ्ट का गूगल जैसा ऐड ट्रैकिंग फीचर बंद हो जाएगा।
(4) इसके अलावा यूजर्स को यह भी सलाह दी जाती है कि, विंडोज 10 पर से अपना पर्सनल एकाउंट हटाकर एक बिल्कुल नया एकाउंट लोकल एकाउंट खोलें।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari