अमेरिकी प्रेसिडेंट बराक ओबामा के सक्‍सेजफुल इंडियन टुअर के बाद बौखलाया चीन अपनी ट्रेडीशन तोडऩे के लिए तैयार हो गया है और अपनी एन्‍युअल मिलेट्री परेड में रशियन प्रेसिडेंट व्‍लादिमीर पुतिन को बुलाने की प्‍लानिंग कर रहा है.


चीन का इरादा इस साल लार्ज स्केल पर अपनी एन्युअल मिलेट्री ऑग्रेनाइज करने की प्लानिंग कर रहा है. रशियन प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन को इस मौके पर इनवाइट किया जा सकता हैं. इंडिया के रिपब्लिक डे परेड में अमेरिकी प्रेसिडेंट बराक ओबामा की मौजूदगी के बाद चीन ने इस परेड के आयोजन की अनाउंसमेंट की है. सेकंड वर्ल्ड वॉर की 70वीं एनिवर्सरी के मौके पर इस परेड का आयोजन होगा. 2009 के बाद यह चीन की फर्स्ट बड़ी मिलेट्री परेड होगी. आमतौर पर चीन हर दस साल पर ऐसे इवेंट को अरॅग्रेनाइज करता रहा है और वह भी 01 अक्टूबर को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के फाउंडेशन डे पर. लेकिन, जिस तरह से ओबामा की इंडिया विजिट लाइम लाइट में रही है उसने चीन को अपना ट्रेडीशन ब्रेक करने पर मजबूर कर दिया है. चीन की फॉरेन मिनिस्ट्री ने इवेंट ऑग्रेनाइज करने की न्यूज कंफर्म करते हुए कहा, यह फर्स्ट टाइम होगा जब मिलेट्री परेड के मौके पर विदेशी गेस्ट प्रेजेंट रहेंगे. जापान पर भी टारगेट
वैसे इस इवेंट को ऑग्रेनाइज करके चीन सिर्फ इंडिया को ही टारगेट नहीं कर रहा बल्कि इसे करने का एक रीजन जापान को इफेक्ट करना भी है. पीपुल डेली न्यूज पेपर के वी चैट अकाउंट में एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए यह बात कही गई है. फाइनेंशियल और फॉरेन अफेयर्स के चीनी एक्सपर्ट हू जेन्हाओ ने इसमें लिखा है कि परेड का मकसद जापान को टेरेराइज्ड करने के साथ वॉर के बाद की दुनिया में चीन के असर को बताना है. साथ ही इससे चीन की मिलेट्री पॉवर की भी झलक मिलेगी और उसकी प्रेस्टीज भी बढ़ेगी.

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Posted By: Molly Seth