विकीपीडिया पर 250 धंधेबाज़ों के अकाउंट बंद
इन एकाउंटों के ज़रिए एडवोकेसी करने और प्रमोशनल करने का काम किया जाता है.यह एक तरह से इंटरनेट पर मुफ़्त एनसाइक्लोपीडिया उपलब्ध कराने की नीतियों के ख़िलाफ़ हैं.विकीमीडिया फ़ाउंडेशन के कार्यकारी संपादक सु गार्डेनर ने कहा कि सैकड़ों एकाउंट संदिग्ध हैं.संदिग्ध एकाउंटसंपादकों ने ऐसे 250 एकाउंट को बंद करने का फ़ैसला किया.सु गार्डेनर ने कहा, "हमारा उद्देश्य अपने पाठकों को निष्पक्ष और विश्वसनीय सूचनाएं देने का है, इस पर ख़तरा गंभीर समस्या है."सु ने ये भी कहा, " हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और विकल्पों पर विचार कर रहे हैं."एडवोकेसी के लिए पैसे के भुगतान के बारे में सु ने बताया कि यह विकीपीडिया के मूलभूत सिद्धांतों का उल्लंघन है, क्योंकि विकीपीडिया कई लोगों के लिए बेहद अहम है."हमारा उद्देश्य अपने पाठकों को निष्पक्ष और विश्वसनीय सूचनाएं देने का है, इस पर ख़तरा गंभीर समस्या है."
-सु गार्डेनर, विकीमीडिया फाउंडेशन के कार्यकारी संपादकविकीमीडिया फ़ाउंडेशन एक गैर सरकारी संगठन है जो मुफ़्त ऑनलाइन एनसाइक्लोपीडिया विकीपीडिया का संचालन करती है.इस सेवा के संपादकों ने जांच के बाद पाया कि विवादास्पद सामग्रियों में से ज़्यादातर हिस्सा एक अमरीकी कंपनी विकी-पीआर के द्वारा अपलोड की गई है.
विकी-पीआर का दावा है कि वह विकीपीडिया के 12 हज़ार पन्नों को बनाने, संभालने और अनुवाद का करती रही है.प्रमोशनल सामग्री पर विवादविकी मीडिया के संपादकों के मुताबक प्रोमशनल सामग्रियों में कुछ सामग्री मार्निंग 227 एकाउंट से पोस्ट की गई हैं. इसे सिलिकॉन वैली की कुछ वेबसाइट, छोटे वित्तीय संस्थान, लेखक, डॉक्टर, संगीतकार और तेल कंपनियों द्वारा अनुबंधित किया गया था.ऐसी कई सामग्री ब्लॉगों और सिटीजन जर्नलिस्ट की सामग्री देने वाली वेबसाइट क्रचबेस, डिज़ीटलजर्नल डॉट कॉम और टेक्नोराटी डॉट कॉम से ली गई है.विकीपीडिया की ओर से कहा गया है कि कई बार सामग्रियों का लहजा प्रमोशनल होता है या फिर निष्पक्ष नहीं होता है, कभी आलोचनात्मक और नकारात्मक टिप्पणियां नहीं मिली हैं.
जॉर्डन यह भी कहते हैं विकी पीआर विकीपीडिया का अभिन्न और उपयोगी हिस्सा बन चुका है.