क्यों होता है बिना वजह मोबाइल के वाइब्रेशन का अहसास
बिना बजे ही लगता है फोन कर रहा है वाइब्रेट
हाल ही में सामने आए एक अध्ययन में एक बीमारी का पता चला है। इस बीमारी में आपका फोन वाइब्रेट नहीं होगा, लेकिन बार-बार आपको ऐसा एहसास होगा कि आपका फोन या आसपास कोई दूसरा फोन वाइब्रेट हो रहा है। शेधकर्ताओं का कहना है कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले लगभग नब्बे प्रतिशत लोगों को अक्सर कपड़ों में सरसराहट या मांसपेशियों में ऐंठन होने से बार-बार ऐसा लगता है जैसे उनका या उनके आसपास का कोई मोबाइल वाइब्रेट हो रहा हो। वास्तविकता में ऐसा कुछ नहीं होता चेक करने के बाद ये अहसास होता है कि ये उनकी गलतफहमी थी। इस डिसीज को नाम दिया गया है फैंटम वाइब्रेशन सिंड्रोम। हालाकि इस अध्ययन में यह भी पता चला है कि ज्यादातर लोग जिनमें यह लक्षण पाया गया है, उन्हें इस बीमारी से कोई खास फर्क नहीं पड़ता है।
ऐसा ही होता है पैरीडोलिया में भी
इसी तरह का अहसास होने पर इस बीमारी को पैरीडोलिया नाम भी दिया गया है। पैरीडोलिया में भी आपका दिमाग ऐसी चीजों के बारे में सोच लेता है जो दरअसल होती ही नहीं हैं। जैसे बिना मतलब वाइब्रेशन को महसूस करना, ऐसा विशेष रूप से तब होता है जब हम फोन को वाइब्रेशन पर लगा देते हैं और अचानक हमारा फोन किसी ना किसी वजह से वाइब्रेट करता है। इसके बाद जब हमारा दिमाग किसी एक्टिविटी में बिजी होता है और आपके अवचेतन में ये बात होती है कि फोन फिर वाइब्रेट होगा और उसी वजह से बिना किसी वजह के आपको लगता है कि फोन वाइब्रेट हो रहा है। ये कोई हैल्यूसिनेशन नहीं है बल्कि यह आपके दिमाग का फोन के प्रति बिना अहसास के ज्यादा सचेत हो जाना है।