क्‍या कभी आप ने प्‍याज काटा है। अगर हां तो हमे पता है कि आप बहुत रोये होंगे। जैसे आप का ब्रेकआप हो गया हो और आप की गर्लफ्रेंड आप को छोड़ कर चली गई हो। पर प्‍याज काटते समय आंसू आना एक सामान्‍य प्रक्रिया है। जब प्‍याज को काटा जाता है तो एक रसायनिक प्रक्रिया शुरु हो जाती है जिससे आप की आंखों से आंसू आने लगते हैं।


इसलिए आते हैं आंसूप्याज में एक रसायन होता है जिसका नाम साइन-प्रोपेंथियल-एस-ऑक्साइड होता है। यह हमारी आंखों की लेक्राइमल ग्लैंड को उत्तेजित कर देता है। जिससे आंखों से आंसू बहने लगते हैं।पहले वैज्ञानिक इसके प्रक्रिया के लिए एलीनेस नाम के एंजाइम को जिम्मेदार मानते थे लेकिन अब एक नया एंजाइम पाया गया है जिसका नाम लेक्राइमेट्री-फैक्टर सिंथेस है। जब हम प्याज काटते हैं तो उसमें से लेक्राइमेटरी-फैक्टर सिंथेस एंजाइम रिलीज होता है।यह एंजाइम प्याज के अमीनो एसिड को सल्फेनिक एसिड में बदल देता है। स्वता शुरु हो जाता है रिएक्शन
इसके बाद सल्फेनिक एसिड साइन-प्रोपेंथियल-एस-ऑक्साइड में रूपांतरित होता है। जैसे ही साइन-प्रोपेंथियल-एस-ऑक्साइड हवा के जरिए आंखों के संपर्क में आता है आंखों की लेक्राइमल ग्लैंड बहुत परेशानी महसूस करती हैं और आंसू बहाने लगती हैं। जब प्याज काटा जाता है तो हवा के संपर्क में आते ही एंजाइम और एमियो एसिड सल्फोडेक्स का रियेक्शन शुरु हो जाता है। आंखों में आंसू सल्फेनिक एसिड की वजह से आते हैं।

Weird News inextlive from Odd News Desk

Posted By: Prabha Punj Mishra