हाल ही में तुर्की में कथित तौर पर बलात्कार का विरोध करने वाली एक 20 साल की महिला की हत्या के बाद हज़ारों तुर्की महिलाओं ने बलात्कार यौन हिंसा और उत्पीड़न के ख़िलाफ़ खुलकर मोर्चा संभाला है.


सोशल मीडिया पर महिलाओं ने यौन दुराचार और बलात्कार की बातें खुलकर साझा कीं.बीबीसी तुर्की ने तुर्की की मनोविज्ञान की प्रोफ़ेसर साहिका यूकसेल से बलात्कारी के यौन व्यवहार पर बात की.पेश है बातचीत के अंशक्यों करते हैं मर्द बलात्कार? बलात्कारी का मक़सद क्या होता है?जब वे औरतों पर मानसिक और शारीरिक हिंसा करते हैं, उन्हें आर्थिक रूप से दबाते हैं, उनका अपमान करते हैं, उनके साथ भेदभाव करते हैं तो फिर आख़िरकार बलात्कार भी करते हैं.क्या एक बलात्कारी के परवरिश का भी उसके व्यवहार पर प्रभाव पड़ता है?बच्चे अक्सर एक पुरुषवादी माहौल में पलते-बढ़ते हैं. एक औरत को उसके पति की मनमानी माननी होती है. इसकी वजह से यह व्यवहार उनके बच्चों में भी दिखता है.


वे लड़कियां जिनकी माएं घर के अंदर हिंसा की शिकार होती हैं वे भी अपने वैवाहिक जीवन में अक्सर ऐसी हिंसा की शिकार होती हैं.जिन लड़कों की माएं घर में पिता के हाथों हिंसा की शिकार होती हैं वे भी अपने वैवाहिक संबंध में हिंसक होते हैं.

हर किसी को सुधरने का और एक सामान्य जीवन जीने का अधिकार है. इसके लिए दुनिया भर में कई सारे सुधार कार्यक्रम हैं. उन लोगों में दुबारा यौन हिंसा करने की गुंजाइश कम होती है जो ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होते हैं.इस तरह के सुधार कार्यक्रम कम उम्र के यौन अपराधियों के लिए विशेष तौर पर फ़ायदेमंद हैं.मैं कहना चाहूंगी कि यौन अपराधियों के लिए मौत की सज़ा मानवीय नहीं है. संयुक्त राज्य अमरीका के जिन राज्यों में मौत की सज़ा का प्रवधान है वहां ऐसा नहीं है कि अपराध दर कम है.हम अक्सर बलात्कार की घटना के बाद ऐसी बातें सुनते हैं लेकिन हमारा उद्देश्य एक ऐसे समाज का निर्माण नहीं है जो बदले की भावना पर आधारित हो.हमारा मक़सद ऐसा समाज बनाना है जो यौन अपराध और बलात्कार जैसी घटनाओं से मुक्त हो.अगर महिला में ख़ुद पर यौन हिंसा के ख़िलाफ़ आवाज उठाने का साहस हो तो वे क्या कर सकती हैं?ऐसे समाज में जहां सेक्स पर पाबंदियां हों और शादी से पहले यौन संबंध की निंदा हो वहां यौन हिंसा की कभी रिपोर्ट नहीं की जाती.एक बलात्कारी यह अच्छी तरहजानता है इसलिए वह औरत को धमका सकता है, ब्लैकमेल कर सकता है. ऐसे में पीड़ित महिला को क़ानून का सहारा लेना चाहिए. उसे अपने दोस्तों और नज़दीकियों से बात करनी चाहिए.

यह नहीं कि ऐसी हिंसा पर चुप रहा जाए.यौन हिंसा की वजह से कई तरह की शारीरिक समस्याएं, यौन संक्रामक रोग और गर्भ ठहरने जैसी समस्याएं हो सकती है. इसलिए ज़रूरी है कि बलात्कार की शिकार महिला जल्द से जल्द क़दम उठाए.

Posted By: Satyendra Kumar Singh