Jyotiraditya Scindia: वो ‘महाराजा’ जो कांग्रेस और गांधी परिवार के खिलाफ विद्रोह कर बना BJP का Rajya Sabha Candidate
कानपुर। Jyotiraditya Scindia Political History: ग्वालियर के शाही खानदान से आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म 1 जनवरी 1971 को हुआ था। सिंधिया स्कूल से पढ़ाई करने वाले अपने पिता के विपरीत, ज्योतिरादित्य ने ग्वालियर के कैंपियन स्कूल और फिर दून स्कूल, देहरादून में पढ़ाई की है। freepressjournal की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसके बाद ज्योतिरादित्य हार्वर्ड कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक किया और फिर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए भी किया। साल 1994 में ज्योतिरादित्य ने प्रियदर्शिनी राजे से शादी कर ली। इन्हें एक बेटा और एक बेटी है। साल 2001 में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में पिता माधवराव सिंधिया का दुखद निधन हो जाने के बाद रिक्त हुई उनकी सीट पर जब 2002 के उपचुनाव हुए तो ज्योतिरादित्य ने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा। उन्होंने गुना लोकसभा सीट आसानी से जीत ली।
रहे राहुल गांधी के बेहद करीबी सहयोगीज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस और गांधी परिवार के बेहद करीबी माने जाते रहे हैं। हाल के कुछ सालों में ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस लीडर राहुल गांधी का खास सिपहसलार माना जाता था। लेकिन 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की भारी जीत के बाद उनकी किस्मत पलट गई है। फिलहाल अब जबकि Madhya Pradesh Crisis के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली है। ऐसे में राहुल गांधी से निकटता और कांग्रेस में उनकी वरिष्ठता को देखते हुए उनका भाजपा में जाना गांधी परिवार और कांग्रेस के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है।
वसुंधरा राजे ने ज्योतिरादित्य का भाजपा में किया स्वागत
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में एक दिलचस्प बात यह है कि उनके अलावा सिंधिया परिवार के अन्य सभी प्रमुख सदस्य पहले से ही बीजेपी का हिस्सा रहे। वसुंधरा राजे, यशोधरा राजे, वसुंधरा के बेटे दुष्यंत सभी भाजपा के सदस्य हैं। ऐसे में अब जबकि ज्योतिरादित्य भाजपा में शामिल हो चुके हैं तो उनकी बुआ और भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे ने ट्वीट करके ज्योतिरादित्य का भाजपा में स्वागत किया है। इसके अलावा ज्योतिरादित्य का Rajya Sabha Elections 2020 में भाजपा की ओर से राज्यसभा सांसद तय हो गया है। बुधवार को भाजपा ज्वाइन करने के बाद ही बीजेपी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश से अपना कैंडीडेट घोषित कर दिया है।
आज यदि राजमाता साहब हमारे बीच होतीं तो आपके इस निर्णय पर जरूर गर्व करती। ज्योतिरादित्य ने राजमाता जी द्वारा विरासत में मिले उच्च आदर्शों का अनुसरण करते हुए देशहित में यह फैसला लिया है, जिसका मैं व्यक्तिगत और राजनीतिक दोनों ही तौर पर स्वागत करती हूं।@JM_Scindia@BJP4India— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP)