टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी की वापसी का इंतजार सभी को था। माही एक साल से क्रिकेट से दूर हैं मगर इस आईपीएल वह मैदान में उतरते। मगर कोरोना के चलते टूर्नामेंट अनिश्चितकाल के लिए टल गया। मगर धोनी वापसी को लेकर क्या-क्या कर रहे थे पीयूष चावला ने खोला राज।


चेन्नई (आईएएनएस)। 2019 वर्ल्डकप में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के सेमीफाइनल हारने के बाद एमएस धोनी मैदान में नहीं उतरे। धोनी को बैटिंग करते देख काफी लंबा वक्त हो गया। माही के फैंस चाहते हैं कि, उनका फेवरेट सितारा जल्द से जल्द मैदान में उतरे। धोनी ने इसकी तैयारी भी कर ली थी। माही आईपीएल 2020 में जबरदस्त कम बैक करना चाहते थे मगर उनके साथ-साथ फैंस की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया। इस साल का आईपीएल कोरोना के चलते अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया जा चुका है।धोनी में नहीं लगी जंग
टूर्नामेंट शुरू होने से पहले, सीएसके प्रबंधन ने मार्च की शुरुआत में चेपक स्टेडियम में एक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया था जहां धोनी मौजूद थे। ये स्टैंड पैक किए गए थे जैसा कि आम तौर पर चेन्नई में होता है और धोनी के छक्के मारने के वीडियो फ्रेंचाइजी द्वारा नियमित रूप से ट्वीट किए जाते थे। इस बात के गवाह हैं स्पिन गेंदबाज पियूष चावला। चावला ने आकाश चोपड़ा से बातचीत में कहा, 'ईमानदारी से कहूं, तो जब भी कोई क्रिकेटर इतने लंबे ब्रेक के बाद वापसी करता है, तो लोग सोचते हैं कि उसमें जंग लग गई होगी। लेकिन मुझे यकीन है कि वह (धोनी) रांची में कुछ न कुछ करता रहता था, क्योंकि जब धोनी शिविर में उतरते थे, तो वह बिल्कुल लय में दिखते।'रोजाना खेलते थे 250 बाॅलचावला ने आगे बताया, 'माही का रूटीन काफी शांत था। चूंकि शिविर में ज्यादा खिलाड़ी नहीं थे। ऐसे में रैना और अंबाती रायडू के साथ धोनी घंटो बल्लेबाजी करते रहते। शिविर में सीमित खिलाड़ी थे और कई गेंदबाज थे। इसलिए सभी ने लंबे समय तक बल्लेबाजी की। प्रत्येक बल्लेबाज ने 200-250 गेंदें खेलीं थी।'फैंस कर रहे वापसी का इंतजारधोनी ने आखिरी बार 10 जुलाई, 2019 को आईसीसी विश्व कप 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के सेमीफाइनल मैच में प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेला था। उन्होंने तब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लेने का फैसला किया था जिसमें उस समय ऋषभ पंत और के.एल. राहुल ने विकेटकीपर के रूप में भरे। धोनी को आईपीएल के रूप में 2020 टी 20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में जगह का दावा करने के अंतिम अवसर के रूप में देखा गया था। मगर यह टूर्नामेंट खुद अधर में लटका है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari