जब सहम गया था क्रिकेट जगत, टीम के हारने पर कमरे में मृत पाया गया था कोच
कानपुर। साल 2007 में खेला गया नौंवा वर्ल्ड कप कोई नहीं भूल सकता। इस विश्व कप में वो हुआ जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी। एक वर्ल्ड कप मैच में टीम की हार के अगले दिन कोच जब अपने कमरे में मृत पाए गए तो हलचल मच गई। हारने वाली टीम कोई और नहीं बल्कि पाकिस्तान की थी। दरअसल पाकिस्तान को ग्रुप स्टेज में आयरलैंड के हाथों करारी शिकस्त मिली थी जिसके बाद टीम के कोच बॉब वूल्मर अगले दिन कमरे में रहस्यमयी तरीके से मृत पाए गए थे।
पाकिस्तान हुई थी वर्ल्ड कप से बाहरसाल 2007 विश्व कप काफी चर्चा में रहा था। इस विश्व कप में जहां एक ओर पाकिस्तान की टीम आयरलैंड के हाथों हारकर टूर्नामेंट से बाहर हुई तो वहीं भारत को भी बांग्लादेश ने हराकर बाहर कर दिया था। इस विश्व कप का आयोजन वेस्टइंडीज में किया गया था। जिसमें 16 देशों ने हिस्सा लिया। इसमें 10 तो चर्चित टीम थी जबकि छह टीमों में केन्या, कनाडा, बरमूडा, आयरलैंड, स्कॉटलैंड और नीदरलैंड शामिल थीं। सभी टीमों को 4-4 के चार ग्रुपों में बांटा गया। ग्रुप चरण के मैच काफी चर्चा में रहे थे।
बॉथरूम में पड़े थे बेहोशकोच बॉब वूल्मर को पाकिस्तान के नॉकआउट स्टेज से पहले बाहर होने का गहरा सदमा लगा था। चूंकि पाकिस्तान काफी मजबूत टीम थी मगर जब उसे आयरलैंड के हाथों हारना पड़ा तो क्रिकेट फैंस सहित पूरी पाक टीम का दिल टूट गया। इस हार से कोच बॉब काफी आहत हुए। अगले दिन सुबह जब उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया गया तो किसी ने खोला नहीं। बाद में पता चला कि बॉब बॉथरूम में बेहोश पड़े थे। आनन-फानन उन्हें अस्पताल ले जाया गया मगर उनकी मौत हो गई।
मर्डर था या कुछ औरयह हादसा जमैका में हुआ था और इससे जुड़ी परिस्थितियां ऐसी थी कि पुलिस हर एंगल से छानबीन कर रही थी। कुछ लोगों को शक था कि वूल्मर की हत्या की गई। खैर महीनों तक जांच-पड़ताल चलती रही। आखिर में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला तो इसे नैचुरल डेथ करार दिया गया। उस वक्त वूल्मर की उम्र 58 साल थी।बतौर कोच रहे काफी चर्चितबॉब वूल्मर का इंटरनेशनल करियर तो ज्यादा बड़ा नहीं था। मगर 16 तक फर्स्ट क्लॉस क्रिकेट खेलने के बाद वूल्मर ने कोचिंग में ध्यान लगाया। उन्होंने सबसे पहले साउथ अफ्रीका की जूनियर क्रिकेट टीम को कोचिंग दी, हालांकि वह 3 साल से ज्यादा वहां रुक नहीं पाए। 1987 में वह इंग्लैंड वापस आ गए और घरेलू काउंटी क्रिकेट टीम वारविकशॉयर के कोच बन गए। इसके बाद 1994 में वूल्मर पहली बार किसी इंटरनेशनल क्रिकेट टीम के कोच बने, उन्हें साउथ अफ्रीका का कोच बनाया गया। प्रोटीज के साथ कोचिंग का अनुभव बॉब के लिए कभी न भूलने वाला था। पहले तो उनकी कोचिंग में अफ्रीकी टीम हारती गई मगर एक साल बाद टीम अपने करीब 75 परसेंट मैच जीतती थी। साउथ अफ्रीकी कोच के रूप में 5 साल पूरे करने के बाद वूल्मर वापस अपने वतन लौट आए। इसके बाद 2004 में उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच की जिम्मेदारी सौंपी गई, हालांकि वह अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करते उससे पहले उनकी संदिग्ध मौत हो गई थी।