दूल्हे राजा देख दुल्हनिया डोली लायी है
दुल्हा हुआ फरार
बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बैरिया इलाके में रहने वाले दीपक कुमार का विवाह पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि के लालबहादुर सहनी की बेटी गीता कुमारी से तय हुआ था। दोनों परिवारों के बीच पहले से भी रिश्तेदारी थी। 16 नवंबर को शादी तय होने के बाद बारात आने से ठीक एक दिन पहले वरपक्ष ने शादी करने से इंकार कर दिया। जिस पर कन्या पक्ष के लोग हतप्रभ रह गए। ऐसे में गीता ने अपने परिजनों और गांववासियों को लेकर खुद दूल्हे के घर जाने का निश्चय किया और सपरिवार बीते बुधवार की रात दूल्हे के दरवाजे पर पहुंच गयी। इस बीच उन लोगों के आने की खबर पाते ही दूल्हा परिवार सहित फरार हो गया। इस समय दूल्हा नदारद है और दुल्हन उसके दरवाजे पर परिवार वालों के साथ धरना देकर बैठी है। गीता गुरुवार को भी अपने परिजनों के साथ केदार चौधरी के दरवाजे पर धरना दे रही है।
दहेज लिया पर शादी को राजी नहीं
गीता के भाई की मानें तो शादी तय होने के बावजूद दीपक के पिता केदार चौधरी अपने बेटे की शादी गीता से करने से इनकार कर रहे हैं। इसीलिए उनके परिवार और गीता ने फैसला किया है कि जब तक शादी नहीं होगी, तब तक वे केदार के दरवाजे पर ही धरने पर रहेंगे। गीता का भी कहना है कि शादी किए बिना वो नहीं लौटेगी। गीता के भाई ने ये भी बताया कि दहेज के रूप में पिछले साल दो लाख रुपये और एक बाइक भी दुल्हेरिश्त का परिवार ले चुका है।
रिश्ते का रखना होगा मान
पता चला है कि दीपक की बहन की शादी गीता के भाई ध्रुप से 10 साल पहले हो चुकी थी और उसी मिलने दीपक परिवार में आता था। इस दौरान दोनों को प्यार हो गया है। जब परिवार को इसकी जानकारी मिली तो दोनों की शादी तय कर दी गयी। पर अब वे लोग शादी के लिए तैयार नहीं हैं। इस मामले में गांववासी भी कन्यापक्ष के साथ हैं। उनका कहना है कि कानूनी और सामाजिक तौर पर यह शादी होनी चाहिए। अगर लड़के वाले ऐसा नहीं करते हैं तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी। फिलहाल बैरिया के थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया है कि अभी किसी भी पक्ष से अभी कोई शिकायत नहीं की है।