टाटा मोटर्स इन दिनों एक नई मुसीबत में फंस गई है। कंपनी की इस मुसीबत का नाम है इसकी नई हैचबैक कार जीका। अभी दो ही महीने गुजरे थे जब टाटा की जीका कार का पहला टीजर रिलीज किया गया था। वहीं अभी हाल ही में दक्षिण अमेरिका में फैल रहे वायरस जीका की ख्‍ाबर भी जोर-शोर के साथ सुनने को मिल रही है। इस वायरस के कारण से ही कंपनी अब अपनी इस नई कार का नाम बदलने के बारे में सोच रही है।

नाम बना सिरदर्द
टाटा मोटर्स की नई कार का नाम है टाटा जीका। पांच फरवरी को इस कार को ऑटो एक्सपो में लॉन्च किया जाना है। वहीं अब इस कार का नाम कंपनी के लिए सिरदर्द बन गया है। 'जिपी कार' के रूप में प्रमोट की जा रही जीका का पहला टीजर करीब दो महीने पहले रिलीज किया गया था।
दो ही महीने पहले रिलीज हुआ कार का टीजर
कार को प्रमोट करने के लिए जीका का पहला टीजर दो महीने पहले रिलीज किया गया था। कार को प्रमोट करने के लिए बर्सिलोना क्लब के फुटबॉलर लियोनेल मैसी को इसका ब्रांड एम्बेसेडर भी बनाया गया है। बताया गया है कि जिस समय कार के नाम का फैसला किया गया था, उस वक्त जीका वायरस के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली थी।
ऐसा है जीका वायरस
इसके बाद जनवरी में युगांडा में जीका वायरस के फैलने की खबर मिलने लगी। इसके बाद से हैचबैक कार के लिए मुश्िकल खड़ी हो गई। अब जानते हैं संक्षेप में जीका वायरस के बारे में। जीका का सबसे ज्यादा असर ब्राजील में देखने को मिला। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वायरस से साल के अंत तक 40 लाख लोगों के प्रभावित होने की बात कही है। इस वायरस के निशाने पर सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाएं हैं। इसे गर्भ में पल रहे बच्चों के लिए महामारी के तौर पर देखा जा रहा है। वायरस की वजह से भ्रूण में मस्तिष्क का विकास रुक जाता है और माइक्रोसेफाले (microcephaly) नाम की दिमागी बीमारी फैल जाती है।

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Posted By: Ruchi D Sharma