फ़र्श पर गिरा हुआ भोजन कितना सुरक्षित है?
अगर वो घर की साफ़-सुथरी फ़र्श पर गिरा हो, तो हम यह सोचकर उके पक्का उसे उठा लेते हैं कि घर का फ़र्श तो आम तौर पर साफ़ ही होता है।इस बारे में लोग पांच सेकेंड की थ्योरी पर भी अमल करते हैं। यानी अगर गिरने के पांच सेकेंड के भीतर कोई खाने की चीज़ फ़र्श से उठा ली जाए, तो उस पर कीटाणुओं का हमला नहीं होता।लेकिन, क्या पांच सेकेंड का ये फ़ॉर्मूला सही है? कहीं, फ़र्श पर गिरी चॉकलेट खाकर हम अपने मुंह में कीटाणु तो नहीं डाल लेते?
वैज्ञानिकों ने कहा कि ऐसा नहीं है कि ज़मीन पर कीटाणुओं की फौज का कब्ज़ा है कि कोई चीज़ गिरी और उन्होंने उस पर धावा बोला। सच तो ये है कि कीटाणु, पूरे माहौल में ही हैं। आपने चाहे कुछ देर पहले ही किसी कीटाणुनाशक से पोछा लगाया हो, फिर भी कीटाणु माहौल में मौजूद होते हैं। एडम टेलर कहते हैं कि असल में तो पांच सेकेंड जैसा कोई नियम है ही नहीं।
शिकागो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक जैक गिलबर्ट कहते हैं, "जैसे ही कोई चीज़ ज़मीन पर गिरती है, उस पर धूल जम जाती है और इसके साथ ही उससे कीटाणु भी चिपक जाते हैं"।किसी भी वक़्त, हमारे घर की धूल में नौ हज़ार तरह के बैक्टीरिया और दूसरे कीटाणु मौजूद होते हैं, हालांकि इनमें से ज़्यादातर नुक़सान पहुंचाने वाले नहीं होते।बैक्टीरिया आपके हाथ में होते हैं, आपके चेहरे पर, आपके मुंह में होते हैं। हम ख़ुद अपनी त्वचा से या फिर सांस निकालकर, माहौल में बैक्टीरिया छोड़ते रहते हैं।
अमेरिका की इलीनॉय यूनिवर्सिटी कैथरीन अमाटो कहती हैं कि कीटाणुओं से संपर्क फ़ायदेमंद होता है, इंसान के विकास में इन्होंने अहम भूमिका निभाई है।