पीवी सिंधू के बारे में तो आप जान गये होंगे सिधू नदी के बारे में भी यह जान लीजिये जिसके नाम पर पड़ा देश का नाम हिंदुस्तान
इन नामों से भी जाना जाता है सिंधु नदी कोसिन्धु नदी संसार की प्रमुख नदियों में से एक है। तिब्बत के मानसरोवर के निकट सिन-का-बाब नामक जलधारा सिन्धु नदी का उद्गम स्थल है। इस नदी की लंबाई 3,200 किलोमीटर है। यह नदी तिब्बत और कश्मीर के बीच बहती है। भारत के नागा पर्वत के उत्तरी भाग से घूम कर यह दक्षिण पश्चिम में पाकिस्तान के बीच से गुजरती है और फिर जाकर अरब सागर में मिलती है। यह पाकिस्तान की सबसे बड़ी नदी है। पाकिस्तान की इकोनॉमी इस नदी से प्रभावित होती है। प्राचीन काल मे इरानी इसे हिंदु के नाम से बुलाते थे जो संस्कृत शब्द सिंधु से लिया गया है। 7वीं शताब्दी मे पार्शियन ने इसे अब-ए-सिंध नाम दिया तो ग्रीक इसे इंडोस के नाम से जानने लगे। रोमंस ने इसका नाम इंडस रखा और पास्तो मे इसे अबासिंध कहा गया।
तो ऐसे पड़ा भारत का नाम हिन्दुस्तान
अरबों सिंधु नदी को अल सिंध कहा और चायनीज इसे सिंटो के नाम से जानने लगे। इंडस शब्द प्राचीन ग्रीक शब्द इंडोस से लिया गया है। जिसे पुरानी पार्शियन भाषा मे हिंदूस कहा जाता था। इसे संस्कृत मे सिंधु नाम दिया गया। मेगस्थनीज ने अपनी किताब इंडिका मे लिखा है कि इस नदी का नाम ग्रीक शब्द इंडस से लिया गया है। ऋग वेदा मे भी इस नदी का जिक्र किया गया है। इसे सिंधु नाम से पुकारा जाता था। नदीस्तुती सूक्ता मे इंडस नदी को सिंधु नदी नाम दिया गया है। इसी के नाम पर भारत का नाम हिंदुस्तान पड़ा है। सिकंदर ने जब भारत पर आक्रमण किया तो उसने सिंधु को इंन्दु बुलाया। जिसके बाद इसे हिन्दुस्तान के नाम से जाना जाने लगा।