Republic Day 2023 : 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। इस बार देश 74वां गणतंत्र दिवस सेलीब्रेट कर रहा है। हालांकि इस दौरान कई लोग स्‍वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को लेकर कंफ्यूजन में रहते हैं।


कानपुर (इंटरनेट डेस्‍क)। Republic Day 2023 : गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस भारत के इतिहास में बेहद महत्वपूर्ण दिन हैं और ब्रिटिश शासन से हमारी आजादी की याद में हर साल इन्हें मनाया जाता है। ये दो दिन सार्वजनिक अवकाश हैं और लोग समय निकालते हैं और इन उत्सव के अवसरों पर होने वाली विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। बहुत से लोग सोचते होंगे कि आखिर इन दोनों दिनों में अंतर क्‍या है। 14 से 15 अगस्त, 1947 की आधी रात के समय, भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता मिली। यह दिन पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह हमें उन स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और धैर्य की याद दिलाता है जिन्होंने औपनिवेशिक शक्तियों से देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। वे बहादुरी से लड़े, गिरफ्तार हुए और कुछ शहीद भी। ऐसे में देश को आजादी मिलने का जश्‍न हम स्‍वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। स्‍वतंत्रता दिवस के दिन प्रधानमंत्री नई दिल्ली में ऐतिहासिक स्मारक लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हैं और हमारे तिरंगे झंडे को फहराते हैं। देश के प्रत्येक राज्य की राजधानी, शहर, गांव, कस्बे और स्कूल में अपने देश के प्रति अपने प्रेम को दर्शाने के लिए राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है।

क्‍यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस
भारत को 1947 में ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता मिली, हालाँकि, यह 1950 तक गणतंत्र नहीं था, जब देश का संविधान बनाया गया और देश को गणतंत्र घोषित किया गया। 1947 में, भारत उपनिवेशों से अलग हो गया और राष्ट्रों के समुदाय के बीच एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता प्राप्त हुई, लेकिन इसने अभी भी ब्रिटिश संविधान का पालन किया और ब्रिटिश सम्राट को अपने प्रमुख के रूप में मान्यता दी। 26 जनवरी, 1950 को भारत ने अपने नए लिखित संविधान को अपनाया और एक गणतंत्र बन गया। गणतंत्र दिवस पर हर साल, विशेष अवसर को मनाने के लिए हमारे सशस्त्र बलों के तीनों अंगों सहित एक भव्य परेड होती है, यह परेड राजपथ पर होती है। इसमें हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से अपनी अनूठी और विविध संस्कृति का प्रदर्शन करने के लिए रंग-बिरंगी 'झांकी' भी निकलती है। इस परेड का नई दिल्ली से राष्ट्रीय टेलीविजन पर सीधा प्रसारण किया जाता है और हर साल किसी दूसरे देश के प्रमुख को परेड देखने के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है। इस साल मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी गणतंत्र दिवस समारोह के सम्मानित अतिथि होंगे।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari