पहलाज निहलानी बने फिल्म सेंसर बोर्ड के नये चेयरपर्सन
पहलाज के काम पर एक नजर
बतौर प्रोड्यूसर पहलाज निहलानी के कामों की बात करें तो उन्होंने इंडस्ट्री में 'शोला और शबनम' और 'अंदाज' जैसी बेहतरीन फिल्में दी हैं. इसी के साथ वह एसोसिएशन ऑफ मोशन पिक्चर एंड टेलीविजन प्रोग्राम प्रोड्यूसर्स के पूर्व प्रेसीडेंट भी रह चुके हैं. निहलानी को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'केंद्र सरकार पहलाज निहलानी को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन का चेयरपर्सन बनाकर काफी खुश है. उनको 19 जनवरी, 2015 से लेकर अगले तीन साल तक के लिये या फिर सरकार की ओर से जब तक कोई खास ऑर्डर नहीं आता, तब तक के लिये बोर्ड का चेयरपर्सन नियुक्त किया जाता है.'
कौन हैं बाकी नौ नये सदस्य
इनके बाद जिन और नौ लोगों को तत्काल प्रभाव से बोर्ड का सदस्य बनाया गया है, उनके नाम हैं मिहीर भूता, सैयद अब्दुल बारी, रमेश पतंगे, जॉर्ज बेकर, चंद्र प्रकाश द्विवेदी, जीविथा, वानी त्रिपाठी टिक्कू, एस वे शेखर और अशोक पंडित. बताते चलें कि पैनल के सदस्यों के भ्रष्टाचार का हवाला देते हुए सैमसन के CBFC के चेयरपर्सन पद से इस्तीफा देने के बाद ही यह नये चेयरपर्सन के नाम का फैसला कर लिया गया था.
एक नजर बोर्ड और उसकी पुरानी कहानी पर
गौरतलब है कि CBFC सुचना एवं प्रसारण मंत्रालय की निगरानी में चलने वाली एक सांविधिक निकाय है. इसके कामों की बात करें तो ये फिल्मों के प्रदर्शन को लेकर सीनेमेटोग्राफी एक्ट 1952 के प्रावधानों के अंतर्गत सर्टिफिकेट जारी करता है. इस सर्टिफिकेट के बाद फैसला होता है फिल्मों के रिलीज होने का. सैमसन को 2011 में इस बोर्ड का चेयरपर्सन नियुक्त किया गया था. वह अपने समय की एक प्रसिद्ध भारतनाट्यम डांसर थीं. यह भी बताते चलें कि उन्होंने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम की फिल्म MSG की रिलीज को ग्रीन सिग्नल मिलने के नाम पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.