इंसान को हमेशा सीखते रहना चाहिए। इससे उस का रवैया अच्छा बना रहता है। उसमें बदलाव आता है और वो तरक्की की सीढ़ियां चढ़ता रहता है।

एक बार की बात है दो अंजान व्यक्ति एक ही शहर से पैसे कमाने आए थे। दोनों ने अपना अपना काम शुरू किया। दोनों का व्यापार खूब चला। एक समय पर दोनों ने तरक्की कर ली। पहले व्यक्ति ने सोचा, अब तो मेरा व्यापार चल पड़ा है। अब मैं तरक्की करता चला जाऊंगा। पर व्यापार में उतार-चढ़ाव तो आते हैं, बस उस के साथ भी यही हुआ। उस साल व्यापार में इतने उतार चढ़ाव आए कि साल के अंत में उसे नुकसान झेलना पड़ा। वहीं दूसरे व्यक्ति के व्यापार में भी उतार चढ़ाव आए, पर उसे नुकसान का सामना नही करना पड़ा।
पहले व्यक्ति ने सोचा मैं उससे ज्यादा अनुभवी हूं, फिर भी वो मुझसे ज्यादा कामयाब है। जब वो उस व्यक्ति की पास पहुंचा तो उसका सत्कार देखकर हैरान हो गया। पहले व्यक्ति ने दूसरे व्यक्ति को अपनी पूरी बात बताई की अनुभवी होने के बाद भी वो कामयाब नहीं है, पर तुम कम अनुभव के साथ भी कामयाब हो, कैसे?
दूसरे व्यक्ति ने जवाब दिया, मैं अभी सीख रहा हूं पहले व्यक्ति ने कहा मैं कुछ समझा नहीं। दूसरे व्यक्ति ने जवाब दिया कि मैं अपनी ही नहीं दूसरों की गलती और कामयाबी से भी सीखता हूं, जिससे मुझे अपनी जिंदगी में एक जैसी परेशानी बार-बार नहीं आती। अगर आती भी है तो आसानी से हल हो जाती है। तब उस व्यापारी को अपनी गलती का अहसास हुआ। उसने एक नई शुरुआत की और कामयाबी की और बढ़ता चला गया।
कामयाबी का मंत्र
 
इंसान को हमेशा सीखते रहना चाहिए। इससे उस का रवैया अच्छा बना रहता है। उसमें बदलाव आता है और वो तरक्की की सीढ़ियां चढ़ता रहता है। आगे बढ़ना है तो सीखना जरूरी है। इस बात को हम अनुभवी व्यक्ति के रवैये से समझ सकते हैं, जब वह अपनी नाकामयाबी के बाद बिना शर्म सलाह लेने के लिए अपने से कम अनुभवी व्यक्ति के पास जाता है। कहने का मतलब ये है कि अगर आपको लाइफ में सफल होना है, तो आपको हमेशा सीखने को प्रोसेस में रहना होगा।

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Posted By: Kartikeya Tiwari