वॉयस कॉलिंग सर्विस का दौर शुरु, जानें टेलिकॉम कंपनियों पर क्या पड़ेगा असर
खुलेगा नया रास्ता
अभी हाल ही में वॉयस कॉलिंग सर्विस शुरु करने वाली हाइक कंपनी के सीईओ केविन मित्तल का कहना है कि, इस सर्विस के आते ही टेलिकॉम कंपनियों के लिये रेवेन्यु जेनरेट करने के नये रास्ते खुलेंगे. मित्तल ने कहा कि, 'इस सर्विस को लेकर कुछ कंपनियां विरोध तो कर रही हैं, लेकिन उन्हें यह सोचना चाहिये कि इसके जरिये डाटा पैक की डिमांड बढ़ जायेगी. अब ऐसे में जब यूजर्स डाटा रिचार्ज का मंथली पैक खरीदेंगे तो कंपनियों की रेवेन्यु में काफी इजाफा हो सकता है.' आपको बताते चलें कि केविन मित्तल इंडिया की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी एयरटेल के मालिक भी हैं, वह सुनील मित्तल के बेटे हैं.
हाइक से करें फ्री कॉलिंग
स्मार्टफोन मैसेजिंग एप कंपनी हाइक ने अपने एप यूजर्स के लिए वॉयस कॉलिंग फीचर लांच कर दिया है. इस फीचर की मदद से हाइक यूजर्स अपने दोस्तों को अपने इंटरनेट डाटा पैक की मदद से कॉल कर पाएंगे. उल्लेखनीय है कि इस सर्विस को यूज करने के लिए हाइक यूजर्स के मैन अकाउंट से पैसे नहीं कटेंगे. गौरतलब है कि हाइक ने यह फीचर लांच तब किया है जब कंपनी ने जिपफोन नामक एप को एक्वायर किया है. जिपफोन नामक एप फ्री कॉलिंग एप सर्विस देती हैं. अगर हाइक की वॉयस कॉलिंग एप पर खर्च होने वाले डाटा पैक पर ध्यान दिया जाए तो हाइक का दावा है कि इस वॉयस कॉलिंग फीचर पर प्रति मिनट एक एमबी डाटा खर्च होगा.
टेलिकॉम कंपनियों को हो रहा नुकसान
एक मोबाइल एड फर्म के सर्वे के अनुसार इंडिया में मेसेजिंग एप्स के पॉपुलर होने से लोगों ने आपस में फोन पर बात करना कम कर दिया है. गौरतलब है कि वॉयस कॉल्स के कम होने से टेलिकॉम कंपनियों के प्रॉफिट्स पर असर पड़ा है. इसके अलावा लोगों ने कंपनियों की शॉर्ट मेसेज सर्विस का प्रयोग करना काफी हद तक बंद कर दिया है क्योंकि वॉट्सएप हर नेटवर्क और ओएस की डिवाइस पर चल सकता है. इसलिए लोगों को उनके दोस्त और रिश्तेदार वॉट्सएप पर मिल जाते हैं. इसके कारण कंपनियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसके साथ ही वॉट्सएप ने भी सोमवार को वॉयस कॉलिंग सर्विस की शुरुआत कर दी है.